काउंसलिग पूरी, अब जिले में 111 नए पंचायत सचिव संभालेंगे कार्यभार

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पंचायत सचिवों की नियुक्ति के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जिले में जल्द ही 111 नए पंचायत सचिवों की नियुक्ति हो जाएगी। इस संबंध में जिला पंचायती राज पदाधिकारी राज कुमार ने बताया कि कर्मचारी चयन आयोग से कोटिवार 121 अभ्यर्थियों की सूची मिली थी। उनकी काउंसलिंग तीन दिवसीय शिविर आयोजित कर की गई। आयोग द्वारा दी गई सूची में से 10 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे जबकि 111 की काउंसिलंग पूरी कर ली गई है। अब जिलाधिकारी के निर्देशानुसार उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपा जाएगा जिसके बाद उन्हें संबंधित प्रखंड और पंचायत में भेजा जाएगा। प्रमाण पत्रों का होगा सत्यापन, तीन माह बाद शुरू होगा वेतन काउंसलिंग के दौरान सभी अभ्यर्थियों से उनका प्रमाण पत्र लिया गया है। साथ ही उनसे इस आशय का शपथ पत्र भी लिया गया है कि यदि उनके द्वारा दिए गए सभी प्रमाण पत्र सही हैं। अगर वे गलत पाए जाते हैं तो उनकी नियुक्ति रद्द की जा सकती है। अब उनके प्रमाण पत्रों की जांच तीन माह के अंदर की जाएगी। प्रमाण पत्र के सत्यापन बाद ही उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। साथ ही नियुक्ति पत्र मिलने के बाद ही उनके वेतन भुगतान की कार्रवाई की जाएगी। तब तक उनके वेतन निकासी पर रोक रहेगी। वर्तमान में 230 पंचायतों में सिर्फ 62 सचिव हैं कार्यरत जले के 230 पंचायतों वाले जिले में अभी सिर्फ 62 पंचायत सचिव ही कार्यरत हैं। जिस कारण राजस्व प्राप्ति, मोटेशन आदि कई कार्य बाधित हैं। स्थिति यह है कि एक पंचायत सचिव के पास पांच से छह पंचायतों का प्रभार हैं। ऐसे में वे एक पंचायत में एक से दो दिन ही समय दे पाते हैं और लोगों का कार्य बाधित होता है। इसका खामियाजा आमजनों को किसी न किसी रूप में भुगतना पड़ता है। जबकि पंचायत सचिवों को मुख्यमंत्री ग्रामीण सात निश्चय योजना, 15 वीं वित्त योजना जैसे विकास कार्यों के साथ-साथ विभिन्न पेंशन योजना, कबीर अंत्येष्टि, राशनकार्ड, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र सहित 29 तरह के विभागीय कार्यों को देखने की सरकारी स्तर से जिम्मेदारी सौंपी गई है।पंचायत सचिवों की संख्या कम लेकिन अब जिले को नए पंचायत सचिव मिलने से कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है। काउंसिलंग में शामिल थे ये अधिकारी विभागीय पत्र के आलोक में पंचायत सचिव पद के लिए 121 अभ्यर्थियों की काउंसलिंग के लिए डीपीआरसी भवन में तीन दिवसीय शिविर आयोजत की गई थी। इसमें अभ्यर्थियों के मूल प्रमाण पत्र एवं सभी प्रमाण पत्रों की जांच की गई। डीएम सुहर्ष भगत के निर्देश पर काउंसलिंग के लिए गठित तीन सदस्यीय टीम में वरीय उपसमाहर्ता आलोक चंद्र चौधरी, अनुपम, सहायक निदेशक जिला अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय एवं प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन शाखा, शशिभूषण कुमार शामिल थे।


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