नक्शा के पेंच में अटका सिजौल ओपी सृजन का मामला

मधुबनी । अंधराठाढ़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत सिजौल ओपी सृजन का मामला दो वर्षों से अधर में लटका हुआ है। पुलिस महानिरीक्षक के सहायक (क्यू), पटना एवं सरकार के अपर सचिव- गृह विभाग (आरक्षी शाखा) से प्राप्त निर्देश के आलोक में सिजौल ओपी सृजन के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। पूर्व एसपी डा. सत्य प्रकाश ने 21 जुलाई 2020 को सिजौल ओपी सृजन के लिए पुलिस महानिरीक्षक के सहायक (क्यू) को प्रस्ताव भेजा था। लेकिन, अब तक इस प्रस्ताव पर स्वीकृति की मुहर नहीं लगी है। पत्राचार में ही मामला अटका हुआ है। धरातल पर सिजौल ओपी अस्तित्व में नहीं आया है।

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प्रस्तावित सिजौल ओपी की भौगोलिक स्थिति :

सिजौल ओपी अंतर्गत अंधराठाढ़ी प्रखंड क्षेत्र स्थित मैलाम व गंगद्वार पंचायत को शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया था। इसमें चपाही, गंगद्वार, मैलाम, रजनपुरा, सिजौल एवं तिलई गांव को शामिल करने का प्रस्ताव शामिल था। सिजौल ओपी का क्षेत्रफल 12 वर्ग किमी व आबादी 12,500 निर्धारित की गई थी।

सिजौल ओपी सृजित किए जाने का औचित्य :
अंधराठाढ़ी थाना अंतर्गत सिजौल गांव के पास स्थित संदीप विश्वविद्यालय अंधराठाढ़ी थाना से वाया पिपराघाट 27 किमी दूर स्थित है। जबकि, अंधराठाढ़ी थाना से सीधे कमला नदी पार कर जाने पर 15 किमी की दूरी पर स्थित है। इस मारंग में कमला नदी पर पुल भी नहीं है। सिजौल सुदूर ग्रामीण इलाका है। यहां स्थित संदीप विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा का प्रमुख केंद्र है। संदीप विश्वविद्यालय के पास कई बार घटनाएं पूर्व में घटित हो चुकी है। सुरक्षा की ²ष्टि से सिजौल गांव में संदीप विश्वविद्यालय के पास सिजौल ओपी सृजित करने की आवश्यकता महसूस की गई थी।
सिजौल ओपी के लिए आठ पद सृजित करने का प्रस्ताव :
प्रस्तावित सिजौल ओपी के लिए पुलिस पदाधिकारियों एवं पुलिस बल के आठ पद भी सृजित करने का प्रस्ताव भेजा गया था। इस ओपी के लिए एक पुलिस अवर निरीक्षक, दो सहायक पुलिस अवर निरीक्षक, एक सशस्त्र हवलदार एवं चार सशस्त्र सिपाही का पद सृजित करने का प्रस्ताव भेजा गया था। इन पदों के सृजित होने पर वेतनादि मद में सलाना 68 लाख 22 हजार 956 रुपये सरकारी राशि व्यय होने का अनुमान लगाया गया था।
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कहां फंसा है पेंच :
बताया जा रहा है कि प्रस्ताव के साथ ट्रेसिग पेपर पर नक्शा उपलब्ध नहीं कराया गया था। जो नक्शा प्रस्ताव के साथ भेजा गया था वह अस्पष्ट था। लिहाजा विभाग ने ट्रेसिग पेपर पर नक्शा की मांग की है। पूर्व एसपी ने इसके लिए झंझारपुर के एसडीपीओ को ट्रेसिग पेपर पर स्पष्ट नक्शा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। लेकिन, अबतक विभाग को ट्रेसिग पेपर पर स्पष्ट नक्शा नहीं भेजा गया है। लिहाजा, सिजौल ओपी के सृजन के प्रस्ताव पर विभाग ने अबतक स्वीकृति की मुहर नहीं लगाई है। इधर, पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने बताया कि फिलहाल यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है।

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