वार्ड पार्षद से राष्ट्रपति तक का द्रौपदी मुर्मु का सफर हर महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत



जागरण संवाददाता, पूर्णिया: एकलव्य आदिवासी विकास परिषद् पूर्णिया द्वारा धमदाहा प्रखंड स्थित क्रीड़ा मैदान में देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद पर द्रौपदी मुर्मु के आसीन होने के उपलक्ष्य में आदिवासी उमंग, लेशी सिंह के संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में बिहार सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेशी सिंह भी शामिल हुई और आदिवासी समाज के लोगों का उत्साहव‌र्द्धन किया। इस दौरान मंत्री ने वार्ड पार्षद से राष्ट्रपति पद के द्रौपदी मुर्मु के सफर को हर महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बताया।
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इससे पूर्व मंत्री लेशी सिंह द्वारा आदिवासी महिलाओं एवं बच्चों को मिठाई खिलाकर खुशियां बांटी। साथ ही आदिवासी समुदाय की महिलाओं एवं बच्चों के साथ उनके परंपरागत नृत्य में भी सहभागिता भी निभाई।
सभा को जैसे ही मंत्री लेशी सिंह ने संथाली भाषा में संबोधित करना शुरू किया, वहां मौजूद काफी संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने उमंग एवं उत्साह के साथ जोहार -जोहार का नारा लगाने लगे। पूरा क्रीड़ा मैदान रोमांचित हो उठा और जमकर तालियां बजी। मंत्री लेशी सिंह ने कहा कि उनका जन्म भी पूर्णिया जिला के बनमनखी प्रखंड के आदिवासी ग्राम मलिनिया में हुआ है। आदिवासी परिवेश में वे पली बढ़ी हैं। वे आदिवासी समाज की बेटी हैं और उन्हीं की गोद में खेली है। इस कारण आदिवासी समाज से उनका पारिवारिक रिश्ता है।
उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मु भारत की प्रथम जनजाति समुदाय से बनने वाली राष्ट्रपति हैं। एक गरीब महिला का देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर विराजमान होना हम महिलाओं के साथ समस्त जनजाति समुदाय के लिए गौरव की बात है। यह इतिहास के पन्नों पर स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। द्रौपदी मुर्मु का वार्ड पार्षद से देश के राष्ट्रपति तक का सफर महिलाओं के लिए गर्व की बात है। इनसे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। अपनी क्षमता एवं मेहनत के बदौलत महिलाएं किसी भी क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ कर सकती हैं बशर्ते उन्हें उचित मौका एवं अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण के प्रणेता रहे हैं। राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मु के नाम की घोषणा होते ही उनका समर्थन किया। यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महिलाओं के अधिकार के प्रति सजगता को दर्शाता है। इसके लिए हम महिलाएं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार प्रकट करते हैं। कार्यक्रम में मुख्य रूप से बासो हेम्ब्रम, अनंत लाल मुर्मू, सुनीता देवी, मुखिया नीरपुर लीला मरांडी, सरपंच विशनपुर मधु मड़ैया, राजेंद्र बेसरा, सीता कुमारी मुर्मू, शंभू जायसवाल सहित काफी संख्या में आदिवासी समाज के लोग मौजूद थे।

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