बार्डर इलाके में यूरिया के लिए हाहाकार, घर की महिलाएं चूल्हा-चौका छोड़ लग रहीं लाइन में

सीतामढ़ी। यूरिया के लिए किसानों में हाहाकार मचा हुआ है। बारिश के बाद फसल में यूरिया डालने के लिए किसान दर-दर भटक रहे हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में खाद की व्यापक तस्करी हो रही है। भारतीय किसान एक-एक बोरी खाद के लिए जूझ रहे हैं वहीं तस्कर धड़ल्ले से खाद को नेपाल में भेजकर दोगुना फायदा कमा रहे हैं। इधर, खाद की दुकानों पर घर की महिलाएं चूल्हा-चौका छोड़ लग सुबह से शाम तक लाइन में खड़ी रह रही हैं। खाद के लिए लाइन में लगने वाली महिलाओं के बच्चे घर पर भूख से बिलबिला रहे हैं। तस्कर खाद की बोरियों को साइकिल, ऑटो और मोटरसाइकिल के जरिये नोमैंस लैंड पार करा नेपाल भेज दे रहे हैं, जहां इनका दोगुना दाम मिल रहा है। हर रोज हजारों बोरी खाद खुली सीमा से नेपाल भेजी जा रही है। अब तक 51 हजार 373 हेक्टेयर में खेती


जिले में एक लाख दस हजार हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य रखा गया था। अब तक 51 हजार 373 हेक्टेयर में खेती हुई है। विभाग ने दावा किया है धान की खेती में तेजी आई है। जल्द ही लक्ष्य की प्राप्ति की जाएगी।दूसरी ओर यूरिया की किल्लत बड़ी समस्या बनती जा रही है। किसानों को कालाबाजारी का शिकार होना पड़ रहा है। सोनबरसा प्रखंड की मधेसरा पंचायत के किसान प्रमोद झा, महुलिया के ओवेश हाशमी व भूतही के नागेंद्र महतो ने बताया कि उन्हें सरकार की तय कीमत से अधिक राशि दे कर खुले बाजार में यूरिया खरीदनी पड़ रही है। यूरिया की किल्लत की वजह से खेती चौपट हो रही है। विभागीय दुकानों पर लंबी लाइन के चलते घर की महिलाएं खाद के लिए दिनभर लाइन लग रही हैं। लक्ष्य 35 हजार हेक्टेयर का मिला 57 सौ एमटी यूरिया
जिले में यूरिया के लिए 35 हजार हेक्टेयर की आवश्यक्ता है, लेकिन अब तक महज 57 सौ एमटी यूरिया ही उपलब्ध कराई जा सकी है। लगभग 75 सौ एमटी यूरिया का वितरण हुआ है। जिस वजह से हाय-तौबा मचा है। कई दुकानदार आस-पास के जिलों से यूरिया की खरीदारी कर रहें है। कई जगह दुकानदार किसानों को तय रेट से अधिक कीमत में यूरिया बेच रहे हैं।
कालाबाजारी को लेकर धावा दल का गठन इधर, जिला कृषि पदाधिकारी ब्रजेश कुमार का दावा है कि जिले में यूरिया की कालाबाजारी नहीं होने देने के लिए धावा दल का गठन किया गया है। कालाबाजारी की शिकायत सीधे विभाग को कर सकते हैं। विभाग की ओर से प्रखंड स्तर पर धावा दल का गठन किया गया है। शिकायत मिलते ही जांच के लिए धावा दल पहुंच रहा है। अब तक चार उर्वरक विक्रेताओं पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इफ्को की 700 टन यूरिया खाद विक्रेताओं सहित पैक्सों व बिस्कोमान में उपलब्ध कराई गई है। शुक्रवार से उर्वरक वितरण किया जाएगा।

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