मनरेगा की बड़ी योजनाओं की होगी जांच, कमीश्नर ने समिति गठित करने का दिया निर्देश

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। मनरेगा योजनाओं में हुई अनियमितता की अब जल्द ही पोल खुलेगी। प्रमंडलीय आयुक्त गोरखनाथ ने इसे गंभीरता से लिया है तथा पूर्णिया, अररिया, कटिहार एवं किशनगंज जिले में चल रही मनरेगा की 20 बड़ी योजनाओं की जांच करने का निर्देश दिया है। उन्होंने चारों जिले के जिलाधिकारी को पत्र भेजकर इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दिया है। उन्होंने इसके लिए तीन सदस्यीय जांच टीम गठित करने तथा जांच के दिन ही रिपोर्ट देने का निर्देश भी दिया है।

चारों जिले के डीएम को दिए गए पत्र में आयुक्त ने कहा है कि मनरेगा योजनाओं में अनियमितता बरती जा रही है। बताया है कि एक मामले की कराई गई जांच में यह पाया गया है कि कार्य प्राक्कलन के अनुरूप कार्यान्वित नहीं हो रही है। तुर्रा यह कि उसमें भुगतान भी कर दिया गया। आयुक्त ने कहा है कि जन शिकायत एवं लोक शिकायत निवारण के तहत भी इसको लेकर परिवाद प्राप्त हो रहे हैं। कहा है कि कई उप विकास आयुक्त कार्यालयों के निरीक्षण में यह पाया गया है कि मनरेगा योजनाओं की मानिटरिग एवं पर्यवेक्षण वरीय अधिकारियों द्वारा नहीं की जा रही है। इससे मनरेगा योजनाओं में अनियमितताएं हो रही है तथा सरकारी राशि का दुरुपयोग हो रहा है। ऐसे वित्तीय अनियमितताओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए दोषी पदाधिकारी, कर्मी व लोगों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई आवश्यक है। इसके लिए आयुकत ने कई निर्देश चारों जले के डीएम को दिया है।

आयुकत ने कहा है कि डीएम अपने जिले के 20 मनरेगा योजनाओं को चिन्हित कर उसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित करें। इस टीम में कोई भी सदस्य मनरेगा कार्यान्वयन से संबंधित पदाधिकारी शामिल न हो। उक्त समिति जांच कर उसी दिन अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। जांच में जो भी दोषी पाए जाते हैं उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाए तथा आवश्यकता हो तो आपराधिक मुकदमा भी दर्ज कराएं। आयुक्त ने निर्देशों का पालन कर एक पखवारे में अपनी रिपोर्ट देने का निर्देश भी दिया है।

अन्य समाचार