38 माध्यमिक विद्यालयों पर है बोर्ड का बकाया, फंस सकता है छात्रों का अंकपत्र

जागरण संवाददाता, सुपौल: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सत्र 2021- 22 में शामिल जिले के 38 विद्यालयों को पंजीयन शुल्क और परीक्षा शुल्क जमा करने का निर्देश दिया है । इन विद्यालयों ने मैट्रिक 2022 का रिजल्ट जारी होने के बाद भी अभी तक पंजीयन शुल्क और परीक्षा शुल्क जमा नहीं किया है । जबकि मैट्रिक परीक्षा को समाप्त हुए लगभग 6 माह बीतने को है। परीक्षा के बाद परीक्षा का परिणाम भी जारी हुए लगभग 4 माह गुजर गए हैं । इसके बावजूद जिले के विद्यालयों द्वारा परीक्षा के दौरान छात्रों से लिया गया परीक्षा शुल्क और पंजीयन शुल्क जमा नहीं किया गया है । इस मामले में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के परीक्षा नियंत्रक द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र जारी किया गया है । पत्र के आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने चिन्हित माध्यमिक विद्यालयों के प्रधान को 28 जुलाई तक हर हाल में शुल्क जमा कर देने को निर्देशित किया है। जारी निर्देश में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि कई बार अवसर देने के बावजूद कुछ विद्यालयों के प्रधान द्वारा पंजीयन अथवा परीक्षा आवेदन मद में लिया निर्धारित शुल्क जमा नहीं किया गया है । इन सभी विद्यालयों को 28 जुलाई तक समिति के वेबसाइट पर ऑनलाइन बकाया शुल्क जमा करने को कहा गया है। यदि यह विद्यालय निर्धारित तिथि तक शुल्क जमा नहीं करते हैं तो समिति द्वारा इन विद्यालयों के छात्र छात्राओं के मैट्रिक का अंकपत्र आदि नहीं भेजा जाएगा। जिसकी सारी जिम्मेवारी विद्यालय प्रधान की होगी । बताते चलें कि जिले के 38 माध्यमिक विद्यालयों पर बोर्ड का 1,38,690 रुपया बकाया है । जिसमें पंजीयन मद में 63,920 तथा परीक्षा शुल्क मद में 74,770 है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अपने निर्देश में कहा है कि यदि इन विद्यालयों द्वारा समय से शुल्क नहीं दी जाती है तो फिर इनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई हेतु सक्षम प्राधिकार को अनुशंसित किया जाएगा।


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