घोषणा के दो दशक बाद भी नहीं बना रामपट्टी प्रखंड

मधुबनी । राजनगर प्रखंड क्षेत्र स्थित रामपट्टी को प्रखंड बनाने का सरकारी घोषणा व निर्णय दो दशक बाद भी छलावा ही साबित हुआ है। जिससे इस क्षेत्र के लोगों में आक्रोश फूटने लगा है। लालू-राबड़ी के शासन काल में ही रामपट्टी को प्रखंड बनाने का निर्णय लिया गया था। जो अबतक हवा-हवाई ही साबित हुआ है। रामपट्टी को प्रखंड, अंचल व थाना बनाए जाने की मांग तीन दशक पुरानी है। रामपट्टी को प्रखंड, अंचल व थाना बनाने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है। राजनगर के पूर्व पंचायत समिति सदस्य व कैथाही पैक्स अध्यक्ष बैद्यनाथ सिंह बैजू ने बताया कि राजनगर एवं पंडौल प्रखंड के कई पंचायतों को मिलाकर रामपट्टी प्रखंड, अंचल व थाना सृजित करने का मामला अबतक छलावा ही साबित हुआ है। जबकि, रामपट्टी व पंडौल के कई पंचायतों को मिलाकर रामपट्टी को प्रखंड बनाए जाने का प्रस्ताव राजनगर व पंडौल पंचायत समिति और जिला परिषद की सामान्य बैठक में वर्षों पूर्व ही पारित हो चुका है। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने जब सूबे में नए जिला, अनुमंडल व प्रखंड के सृजन के लिए उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की अध्यक्षता में मंत्री समूह का गठन किया था, तो रामपट्टी को प्रखंड, अंचल व थाना के रूप में सृजित करने की उम्मीद जगी थी। लेकिन, इस उम्मीद पर भी पानी ही फिर गया। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र रामपट्टी को प्रखंड, अंचल व थाना सृजित किए जाने की दिशा में शासन व प्रशासन ठोस व निर्णायक पहल नहीं करेगी तो एक बार फिर इस मांग को लेकर संघर्ष समिति के बैनर तले चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।


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