बूढ़ी गंडक की झकझक सफेद बालू पर अब है दबंगों की नजर

संवाद सूत्र, महेशखूंट (खगड़िया) : गंगा और कोसी नदी के किनारे अवैध खनन को लेकर विभागीय व पुलिस सक्रियता बढ़ने के बाद अब दबंगों की नजर बूढ़ी गंडक के घाट-बाट पर पड़ गई है। वे बूढ़ी गंडक के सफेद झकझक बालू का खनन कर बेच रहे हैं। एक माह से धड़ल्ले से अवैध खनन जारी है और वन विभाग तथा स्थानीय पुलिस प्रशासन नींद में है। दबंगों को कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है। प्रतिदिन दर्जनों ट्रेलर बालू बेचे जा रहे हैं। दबंग लोग बालू निकाल कर किसी सुरक्षित जगह पर पहले जमा करते हैं और फिर उसे बेचते हैं। हरदयाल नगर बन्नी-गढ़मोहिनी के पास बालू का ढेर जमा है। यहां हो रहा है अवैध खनन

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बूढ़ी गंडक के महेशखूंट क्षेत्र में यह अवैध कारोबार अभी खूब फल-फूल रहा है। बूढ़ी गंडक का टेम्हा घाट, हरदयालनगर घाट, इंग्लिश बन्नी घाट, भदलय घाट व मदारपुर के हरही धार अवैध खनन के मुख्य केंद्र हैं। यहां दिन के उजाले में भी खनन होता है। हरही धार में जेसीबी लगाकर ट्रैक्टर पर बालू लोड किया जाता है। कोई रोकने वाला नहीं है। जबकि महेशखूंट-अगुवानी पथ से मात्र पांच सौ गज दूर यह धार है। जहां धड़ल्ले से खनन जारी है। आठ सौ से हजार रुपये ट्रेलर बालू बेचे जा रहे हैं। दूरी बढ़ने के साथ कीमत बढ़ जाती है।
इस धंधे में संलिप्त एक दबंग ने कहा कि सेंटिग-गेटिग के आधार पर ही खनन करते हैं। अगर छापेमारी होगी, तो सूचना पहले मिल जाएगी। क्या कहते हैं अधिकारी

जिला खनन पदाधिकारी ने कहा कि अवैध खनन को लेकर कार्रवाई की जाती है। लेकिन सीओ और थाना स्तर से भी सहयोग की जरूरत है। इस संबंध में गोगरी सीओ रंजन कुमार ने कहा कि हमलोग हमेशा सहयोग को तैयार हैं। वे समय निर्धारित करें, जहां भी कहेंगे वहां मैं खुद भी जाऊंगा। खनन माफिया पर नकेल कसने में कभी पीछे नहीं रहूंगा।

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