पानी के बिना नहर है सूखी, किसान ताक रहे आसमान



संसू., रामगढ़ चौक (लखीसराय) : रामगढ़ चौक प्रखंड क्षेत्र की नहरें सूखी है। उसमें पानी के बदले घास-पतवार उगे हुए हैं। वर्षा आधारित सिचाई व्यवस्था के कारण किसानों को अब इंद्रदेव की कृपा बरसने का इंतजार है। खेतों में बैठे वे आसमान की तरफ ताक रहे हैं। बावजूद क्षेत्र सूखे की चपेट में है। संपन्न किसान निजी सबमर्सिबल बोरिग के सहारे किसी तरह बिचड़े की रोपनी कर रहे हैं। छोटे एवं साधारण किसानों के खेत में अब भी बिचड़े सूख रहे हैं। रामगढ़ चौक प्रखंड क्षेत्र में विभाग ने 7,969 हेक्टेयर में धान उत्पादन का लक्ष्य है। अभी तक मात्र 10 फीसद भी रोपनी नहीं हो पाई है। किसान सुखाड़ की संभावना देख चितित हो रहे हैं। सबमर्सिबल बोरिग के माध्यम से खेतों में पानी डालकर कीचड़ बनाने फिर बिचड़ा रोपनी करने में किसानों को काफी पूंजी लगानी पड़ रही है। यदि आगे मौसम ने साथ नहीं दिया तो किसानों को इसकी काफी कीमत चुकानी पड़ेगी। प्रखंड के कुछ क्षेत्र में जलस्तर नीचे रहने के कारण बोरिग भी काम नहीं कर रहा है। बताया जा रहा है कि अत्यधिक बोरिग के उपयोग से कई क्षेत्र में चापाकल ने पानी देना बंद कर दिया है। महादलित टोला में पानी की घोर किल्लत हो गई है। रामगढ़ चौक प्रखंड के कृषि समन्वयक सह किसान विशेषज्ञ सुभाष कुमार ने बताया कि हर गांव में जगह-जगह छोटे-छोटे तालाब का निर्माण करने की जरूरत है। इससे भूजल संतुलित रहेगा। प्रत्येक व्यक्ति को एक-एक पौधे लगाने का संकल्प लेना चाहिए। इससे जल संरक्षित होगा एवं पर्यावरण संतुलित रहेगा।

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