तीन सिचाई के लिए किसानों को मिलेगा डीजल अनुदान

संस, सहरसा: सोमवार को मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेसिग के माध्यम से जिला पदाधिकारी के साथ संभावित सुखाड़ एवं इससे निपटने हेतु तैयारियों के संबंध में समीक्षा की। इस क्रम में सहरसा के जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने कृषि पदाधिकारियों के साथ जिले में सुखाड़ की स्थिति और की जा रही तैयारी की जानकारी दी।

डीएम ने बताया कि सहरसा जिलान्तर्गत जून-जुलाई में 543.80 के विरुद्ध 332.17 एमएम वर्षा हुई है। मौसम विभाग द्वारा आगे वर्षा होने की संभावना व्यक्त की गई है। बताया गया कि जिलान्तर्गत फसल आच्छादन 89 प्रतिशत हो गया है। एवं 15 अगस्त तक शत-प्रतिशत आच्छादन हो जाने की संभावना है।

आकस्मिक फसल योजना के संबंध में बताया गया कि कुछ क्षेत्र अनाच्छादित रह सकता है। इसके लिए एक हजार हेक्टेयर के लिए 50 क्विटल तोरिया की मांग की गई है।
उवर्रक के संबंध में बताया गया कि यूरिया 9616 मीट्रिक टन एवं डीएपी 2959 मीट्रिक टन की आपूर्ति सहरसा जिला को की गई है। फिलहाल उर्वरक की कमी नहीं है। उन्होंने डीजल अनुदान के संबंध में बताया गया कि डीजल अनुदान के लिए आनलाइन आवेदन 29 जुलाई से प्रारंभ हो गया है। धान की खड़ी फसल हेतु तीन सिचाई के लिए 1800 रुपये प्रति एकड़ अनुमान्य है। किसान के द्वारा क्रय किए गए डीजल का वास्तव में सिचाई हेतु प्रयोग हुआ है। इस संबंध में कृषि समन्वयक स्थल जांच कर संतुष्ट होने का निर्देश दिया गया। इनलोगों को अपने पंचायत में कार्यरत डीजल पंपसेट की भी जांच का निर्देश दिया गया। तत्पश्चात इसका सत्यापन होगा। कहा गया इसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी के लिए कृषि समन्वयक को सीधे जिम्मेवार माना जाएगा।
कार्यपालक अभियंता, विद्युत द्वारा बताया गया कि एग्रीकल्चर फीडर में लगभग 16 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है। कुल 430 ट्रांसफार्मर खराब है, जिसे शीघ्र चालू कर दिया जाएगा।
कार्यपालक अभियंता, सिचाई द्वारा बताया गया कि नहर में पर्याप्त पानी उपलब्ध है। अंतिम बिदु तक पानी जा रहा है। वीडियो कांफ्रेसिग में डीएम के साथ संयुक्त निदेशक (शष्य), जिला कृषि पदाधिकारी, परामर्शी, कार्यर्पालक विद्युत, अभियंता, सिचाई आदि ने भाग लिया।

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