तटबंध के अंदर लोगों के घरों में घुसा पानी, बढ़ी परेशानी



संवाद सूत्र, किशनपुर (सुपौल) : नेपाल के तराई क्षेत्र में तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार वर्षा के चलते कोसी बराज से सोमवार को 10 बजे 1 लाख 84 हजार 885 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से कोसी तटबंध के अंदर बसे लोगों के घर-आंगन में पानी प्रवेश कर चुका है। लोगों को खाने-पीने के साथ-साथ मवेशी के चारा एवं एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे पर जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी तरफ इन लोगों को किसी भी प्रकार की सुविधा मुहैया नहीं कराए जाने से अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। थरविटिया स्टेशन से पश्चिम कोसी पूर्वी तटबंध से पीरगंज मौजहा होते हुए दुबियाही जाने वाली सड़क पर विभिन्न जगहों पर एक से दो फीट पानी बहने के कारण लोगों को प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भी भंग हो गया है। मौजहा निवासी संतोष कुमार, पप्पू कुमार, सुधीर कुमार, राजेश कुमार, मनोज कुमार, संजीव यादव, विनोद यादव, राजीव कुमार आदि ने बताया कि पिछले दो दिनों से हमलोगों के घर-आंगन में नदी का पानी प्रवेश कर गया है। हमलोगों को एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे पर जाने के लिए भी नाव का ही सहारा लेना पड़ता है। इसके अलावा मवेशी चारा की काफी परेशानी हो गई है। लोगों ने बताया कि अधिकारी के द्वारा विभिन्न जगहों पर नाव का रजिस्ट्रेशन तो कराया जा चुका है लेकिन किसी को भी नाव चलाने की अनुमति नहीं दी गई है जिस वजह से तटबंध के अंदर बसे लोगों को आवाजाही में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि मेडिकल टीम को तैनात नहीं किया गया है। गौरतलब है कि प्रखंड की 16 पंचायतों में से 8 पंचायत में परसामाधो, बौराहा, नौआबाखर, मौजहा, दुबियाही पूर्णरूपेण तो किशनपुर उत्तर, दक्षिण, कटहरा कदमपुरा, शिवपुरी आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित हैं। यहां प्रतिवर्ष कोसी नदी तबाही मचाती है जिस वजह से लोगों को घरों को छोड़कर अन्य जगह जाकर रहना पड़ता है। लोगों का प्रति वर्ष लाखों की संपत्ति कोसी नदी में विलीन होती है। तटबंध के अंदर बसी 65 हजार की आबादी बाढ़ के समय में सरकार की ओर से दी जाने वाली राहत सामग्री का इंतजार करते रहते हैं।

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