डाक विभाग के आठ कर्मियों पर सीबीआइ पटना में होगा केस

जासं, सहरसा : सहरसा डाक परिक्षेत्र के सहरसा और सुपौल में तीन करोड़ 35 लाख गोलमाल मामले की जांच अब सीबीआइ करेगी। दोनों जिले के आठ कर्मियों को सहरसा के डाक अधीक्षक द्वारा पटना सीबीआइ में केस दर्ज कराया जाएगा। हालांकि गोलमाल में से करीब एक करोड़ राशि डाकघर के विभिन्न शाखाओं में कर्मियों के द्वारा जमा कराई जा चुकी है।

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निलंबित हैं कई कर्मी
सुपौल में एक करोड़ 40 लाख व सहरसा में एक करोड़ 95 लाख की राशि का गोलमाल किये जाने का मामला सामने आया था जिसके आलोक में सहरसा के पूर्व डाकपाल राजेश कुमार, सुपौल के डाकपाल समेत कई कर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। निलंबन के बाद सुपौल के कर्मी मुकेश निराला और निरंजन समेत अन्य द्वारा करीब 46 लाख पहली बार व अन्य कई बार में राशि जमा की गई। सहरसा में भी करीब 35 लाख की राशि जमा हुई है।

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गोलमाल कर अर्जित की संपत्ति
जानकारी के अनुसार, करोड़ों की राशि गोलमाल करने में शामिल कुछ कर्मियों के द्वारा सहरसा, सुपौल समेत अन्य शहरों में नामी और बेनामी संपत्ति अर्जित की गई है। इन कर्मियों द्वारा डाकघर के विभिन्न खातों से राशि का गोलमाल किया गया। पहले डाकघर में कंप्यूटर में राशि दर्ज नहीं होने के कारण लोगों को कर्मियों द्वारा पासबुक पर राशि चढ़ाकर दे दिया जाता था। उस राशि का गोलमाल आसानी से कर लिया जाता था। कई डेड खाता से भी गोलमाल की गई है। जब डाक अधीक्षक राजीव रंजन ने इस गोलमाल पर सख्ती बरती तो उन्हें धमकी भी दी जा रही है। इस मामले में डाक अधीक्षक ने बताया कि पोस्टमास्टर जनरल के स्तर से इस मामले में कार्रवाई की जा रही है।

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