फेरी सेवा रात में चली तो दोषी होंगे सीओ, एसडीओ, डीएसपी और थानेदार

राजीव कुमार, पूर्णिया। फेरी सेवा का संचालन अगर रात में होता है तो इसके लिए मनिहारी के डीएसपी एवं थानेदार सीधे तौर पर जिम्मेदार माने जाएगें। इस तरह का मामला पकड़ में आने के बाद इसके लिए जिम्मेदार दोनों पदाधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाऐगी। इस संबंध में पूर्णिया के आयुक्त गोरखनाथ ने समीक्षा के बाद एक निर्देश जारी कर दिया है। आयुक्त के निर्देश के बाद फेरी सेवा के संचालन में फर्जीवाड़ा करने वालों के बीच हड़कंप मच गया है। आयुक्त द्वारा जारी निर्देश में कहां गया है,कि इसके पूर्व जो फेरी सेवा के दौरान पत्थर लदे जहाज के डूबने की घटना सामने आई थी। उसके लिए साहेवगंज जिला प्रशासन के साथ-साथ कटिहार जिला प्रशासन को भी पूरी तरह से जिम्मेदार बताया है। आयुक्त ने कहा कि कटिहार जिले के मनिहारी प्रशासन की मिलीभगत के कारण ही रात में फेरी सेवा का संचालन किया जा रहा था जिस कारण रात में जाज डूबा जिसमें कई पत्थर लदे ट्रक गंगा में समा गए। इसमें जो पत्थर लदे ट्रक गंगा से ूबरामद किए गए वह 14 चक्का वाले ट्रक थे। इससे इस बात की पुष्टि होती है की रात में फेरी सेवा का तो संचालन हो ही रहा था। इसके अलावा ओवर लोड सहित अन्य नियमों का भी पालन नहीं किया जा रहा था। आयुक्त ने अपने पत्र में यह भी कहा है की 2020- 21 एवं 2021- 22 में फेरी सेवा की िबंदोबस्ती 15 शर्तों के साथ झारखंड के साहिबगंज जिला प्रशासन द्वारा किया गया था। इसमें इस बात का साफ उल्लेख किया गया था की रात में सूरज डूबने के बाद फेरी सेवा का किसी भी सूरत में परिचालन नहीं किया जाएगा। मगर इस निर्देश को ताक पर रखकर रात में फेरी सेवा का संचालन किया जा रहा था। --------------------------------------------


आयुक्त की रिपोर्ट में खुलासा दबंग कर रहे थे फेरी सेवा का संचालन
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फेरी सेवा को लेकर आयुक्त ने जो पत्र जारी किया है उसमें साफ कहा है की इसके पूर्व फेरी सेवा के संचालन का जिम्मा भले ही साहिबगंज के नाव संचालन समिति को दिया गया था। मगर उसकी आड़ में फेरी सेवा का संचालन अपराधी प्रवृति एवं दबंग किस्म के कुछ लोगों द्वारा किया जा रहा था। आयुक्त ने कहा कि फेरी सेवा की घटना के पूर्व फेरी सेवा का संचालन रात में हो रहा है और ओवर लोडिग के साथ किया जा रहा है इस बात की जानकारी मनिहारी के स्थानीय प्रशासन के पदाधिकारियों को रहने के बाद भी इसको रोकने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया जिस कारण यह घटना घटी। आयुक्त ने अपने पत्र में साफ कर दिया है की इस वितीय वर्ष में फेरी सेवा की बंदोबस्ती कटिहार जिला प्रशासन द्वारा की गयी है इस कारण फेरी सेवा की शर्तों को पूरी तरह से लागू करने की जिम्मेदारी कटिहार जिला प्रशासन की है।
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मनिहारी के पदाधिकारी तय करेंगे फेरी सेवा लेने वाला ही कर रहा जहाजों का परिचालन
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आयुक्त ने इस बात का साफ निर्देश दे दिया है की अगर रात में फेरी सेवा के जहाज का परिचालन हुआ और ओवर लोड ट्रक जहाज पर सवार हुए तो इसके लिए सीधे मनिहारी सीओ थानेदार एसडीओ एवं डीएसपी जिम्मेदार माने जाएंगे। इसके अलावा ये अधिकारी इस बात को भी देखेंगे की फेरी सेवा का परिचालन उसी के द्वारा किया जा रहा है जिसके नाम से बंदोबस्ती हुई है या फिर कुछ दबंग किस्म के लोग उसकी आड़ में फेरी सेवा का संचालन कर रहे हैं। अगर फेरी सेवा के संचालक द्वारा नियमों के अनुसार फेरी सेवा का संचालन नहीं किया जाता है तो इसकी सूचना वे तत्काल जिले के डीएम एसपी को देंगे। जिला परिवहन पदाधिकारी एवं जिला खनन पदाधिकारी इस बात की पुख्ता व्यवस्था करेंगे की ओवर लोड वाहनों का परिचलान मनिहारी घाट से नहीं हो।
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आयुक्त के आदेश बाद मनिहारी के पदाधिकारियों की अटकी सांसे
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मनिहारी साहिबगंज के बीच फेरी सेवा के संचालन का जिम्मा भले ही कागजों पर किसी नाव संचालन समिति को दिया गया है। मगर इस फेरी सेवा का संचालन जिस दबंग व्यक्ति द्वारा किया जा रहा है वह अभी ईडी के राडार पर है तथा ईडी की टीम उसकी तलाश कर रही है। मनिहारी प्रशासन से जुड़े सभी अधिकारियों को यह पता है की फेरी सेवा का संचालन पर्दे के पीछे किसके द्वारा किया जा रहा है। ऐसे में आयुक्त के पत्र के बाद उनके सामने संकट खड़ा हो गया है की वे अब क्या करें। देखना है की मनिहारी के एसडीओ से लेकर सीओ थानेदार एवं डीएसपी इस सच्चाई को कब तक स्वीकार करते हैं।

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