ठकराहां के मोतीपुर में कटाव को रोकने के होंगे पुख्ता उपाय, बराज सुरक्षित

बगहा । बीते कई दिनों से नेपाल में रुक रुक कर रहो रही बारिश के कारण गंडक नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। सोमवार की सुबह से मौसम के बदले तेवर के बीच नदी का पानी धीरे-धीरे निचले इलाकों में पसरने लगा। हालांकि अभी कहीं भी बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है, लेकिन पड़ोसी देश की बारिश ने लोगों की बेचैनी को बढ़ाकर रख दिया है। इस बीच सोमवार की संध्या पहर एसडीएम दीपक कुमार मिश्रा ने वाल्मीकिनगर स्थित ऐतिहासिक गंडक बराज का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में अभियंताओं ने जानकारी दी कि बराज की स्थिति सामान्य है। बराज पर लगे हूटर समेत अन्य सभी संयंत्र ठीक ढंग से काम कर रहे हैं। नदी के जलस्तर में संभावित बढ़ोतरी को देखते हुए एहतियातन सभी 36 फाटकों को उठा दिया गया है। लेकिन, फिलहाल खतरे जैसी कोई बात नहीं है। एसडीएम ने अभियंताओं को वस्तुस्थिति पर नजर बनाए रखने का आदेश दिया। उधर, निरीक्षण के क्रम में पहुंचे वाल्मीकिनगर विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिकू सिंह ने एसडीएम को जानकारी दी कि गंडक पार के ठकराहां प्रखंड स्थित मोतीपुर पंचायत में गंडक नदी का रुख खतरे का पर्याय बना हुआ है। यहां नदी तेजी से कटाव कर रही है। एसडीएम ने विधायक को आश्वस्त किया कि तटबंधों पर अभियंता मुस्तैद हैं, जहां जरूरी होगा, बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराया जाएगा। विधायक श्री सिंह ने बताया कि चकदहवा समेत वाल्मीकिनगर से सटे निचले इलाकों में भी बाढ़ का खतरा बना हुआ है। उधर, मंगलवार की दोपहर से नेपाल में बारिश थम जाने के बाद अभियंताओं समेत आम लोगों ने राहत की सांस ली है। बराज पर तैनात अभियंताओं ने बताया कि संध्या पहर से नदी के जलस्तर में क्रमिक गिरावट दर्ज की जा रही।


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जलस्तर में उतार-चढ़ाव से नगर के लोगों की धड़कने बढ़ी :-
गंडक नदी के जलस्तर में जारी उतार-चढ़ाव से न सिर्फ नदी के गर्भ में बसे गांवों व गंडक पार के चारों प्रखंडों बल्कि शहरी आबादी में भी भय का आलम व्याप्त है। हालांकि शहर बचाओ अभियान के तहत नदी पर पक्के बांध तो बना दिए गए हैं। लेकिन, देखरेख के अभाव में कई जगह बांध क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कैलाशनगर, गोलाघाट धोबीघाट, मंगलपुर और ब्रह्मबाबा स्थान के ठीक सामने जलस्तर में बढ़ोतरी पर नदी की जलधारा बांध के उपर से बहने लगती है। जिसके कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। मंगलवार की शाम चार बजे गंडक का जलस्तर 3.10 लाख क्यूसेक मपा गया। जिसकी जानकारी मिलने के बाद लोगों की धड़कने बढ़ गईं।
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वीटीआर में घुसा गंडक का पानी :-
दो दिनों से रुक रुक कर हो रही बारिश का असर वीटीआर पर भी दिख रहा। टाइगर रिजर्व के मदनपुर वन क्षेत्र स्थित कक्ष संख्या एक, दो, पांच और सात में मंगलवार को गंडक नदी का पानी तेजी से प्रवेश करने लगा। जिसके कारण वनकर्मियों को सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। हालांकि उम्मीद है कि देर रात तक जलस्तर सामान्य होने पर पानी उतर जाएगा।
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बयान :-
बराज की स्थिति सामान्य है। नेपाल में बारिश थमने के बाद नदी के जलस्तर में धीरे-धीरे कमी हो रही है। जहां भी कटाव की स्थिति होगी वहां बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराया जाएगा। अभियंताओं को इस संबंध में जरूरी निर्देश दिए गए हैं।
दीपक कुमार मिश्रा, एसडीएम, बगहा।

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