जेल में बंद अपने भाई के केस में पैरवी करने जा रहे थे रमेश,

जेल में बंद अपने भाई के केस में पैरवी करने जा रहे थे रमेश,

जाटी,सिवान: अशोक दुबे हत्याकांड के मामले में जेल में बंद गुठनी के खरखड़िया निवासी उमेश तिवारी की पैरवी को लेकर उसके भाई रमेश तिवारी मुख्यालय बाइक पर सवार होकर जा रहे थे तभी बदमाशों ने उनपर जानलेवा हमला कर दिया। इधर घटना के दूसरे दिन बुधवार की देर शाम तक मैरवा पुलिस प्राथमिकी के लिए आवेदन मिलने का इंतजार करती रही, लेकिन आवेदन लेकर कोई नहीं आया। जानकारी के अनुसार रमेश तिवारी का इलाज पटना में चल रहा है। स्वजन रमेश तिवारी के स्वस्थ होने के बाद आवेदन देने की बात कह रहे हैं। स्वजनों का कहना है कि रमेश ने घायलावस्था में एसडीपीओ को यह बता दिया है कि उन पर हमला करने वाले कौन है। पुलिस अब उन आरोपितों को गिरफ्तार करे और जल्द से जल्द हमला क्यों हुआ इसका खुलासा करे। इधर रमेश तिवारी पर हुए हमले को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोगों के अनुसार बदमाशों द्वारा जिस तरह से रमेश तिवारी पर अंधाधुंध फायरिंग की गई थी उसे साफ है कि बदमाश किसी भी कीमत पर रमेश तिवारी की हत्या कर देना चाहते थे। मामले में थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि अभी प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। हालांकि जांच कर बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। बता दें कि गुठनी के अशोक दुबे की टेकनिया गांव के निकट 25 जून की संध्या गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में अशोक दुबे के परिवार द्वारा रमेश तिवारी के भाई उमेश तिवारी उर्फ बैज को मुख्य गवाह बनाया गया था। वहीं पुलिस अनुसंधान में उमेश तिवारी को पुलिस ने आरोपित कर दिया और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। भाई की गिरफ्तारी के बाद मुकदमे की पैरवी रमेश तिवारी कर रहे हैं, इसी बीच बदमाशों ने दो अगस्त को उन्हें गोली मार कर घायल कर दिया। ।
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