शिक्षा पर निर्भर करता है राष्ट्र का भविष्य : विजय चौधरी

फोटो - 03 एमएडी

संवाद सूत्र, सिंहेश्वर (मधेपुरा) : बिहार के विश्वविद्यालयों में सत्र नियमित करने की जरूरत है। विश्वविद्यालयों में छात्रों की परीक्षाएं समय पर हो और छात्रों को समय से डिग्री मिले। ताकि बिहार के छात्र हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकेंगे। उक्त बातें बीएनएमयू के चौथे दीक्षा समरोह के अवसर पर बिहार सरकार के शिक्षा और संसदीय कार्य विभाग के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कही।
उन्होंने कहा कि शिक्षा वह स्तभ है जिस पर समाज व राष्ट्र का भविष्य निर्भर करता है। यह लोगों को राष्ट्र के जिम्मेदार और सक्रिय नागरिक बनाने के लिए आवश्यक कौशल, ज्ञान, मूल्य और दृष्टिकोण हासिल करने में सक्षम बनाती है। यह वह प्रकाश है, जिसके माध्यम से हम सभी अपने सपनों व कल्पनाओं को साकार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा व दीक्षा में बुनियादी फर्क है।
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शिक्षा के विकास के लिए चल रही हैं कई योजनाएं उन्होंने बताया कि शिक्षा के समग्र विकास के लिए सर्व शिक्षा अभियान, मुख्यमंत्री बालक व बालिका साइकिल योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना आदि का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। साथ ही सभी वर्ग की छात्राओं और एससी व एसटी वर्ग के छात्रों के लिए स्नातकोत्तर स्तर तक नि:शुल्क शिक्षा का प्रावधवान किया गया है। मुख्यमंत्री बालिका स्नातक प्रोत्साहन योजना के तहत स्नातक उत्तीर्ण करने वाली सभी छात्राओं को पचास हजार रुपया प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है और बिहार स्टूडेंट कार्ड योजना का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन हो रहा है। प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक में काफी सुधार
बिहार सरकार के सतत प्रयास और सभी बिहारवासियों की सक्रिय भागीदारी से बिहार में प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक में काफी सुधार हुआ है। बिहार की उच्च शिक्षा में नामांकन अनुपात एक वर्ष में 14.5 प्रतिशत से बढ़कर 19.3 प्रतिशत हो गया है जिसे बढ़ाकर राष्ट्रीय औसत के बराबर अर्थात 25 प्रतिशत करने का लक्ष्य है।
सभी प्रखंडों में इंटरमीडिएट की है पढ़ाई की व्यवस्था बिहार सरकार द्वारा सभी प्रखंडों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई की व्यवस्था कर दी गई है और विद्यालयों में पर्याप्त शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है। इससे इंटर पास करने के बाद पढ़ाई छोड़ने या दूसरे राज्यों में पलायन करने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या में कमी आई है। हम अपनी प्रतिभाओं को अपने प्रदेश में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

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