बढ़ती गंगा के बीच भी जारी है महासेतु का निर्माण

खगड़िया : गंगा तेजी से बढ़ रही है। स्थिति का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि अगुवानी गंगा की उपधारा में एसपी सिगला कंपनी की ओर से बनाया गया टेंपरोरी पाइल ब्रिज पर पानी चढ़ चुका है। चार जुलाई को खगड़िया के खारा धार स्लूस गेट के पास गंगा का जलस्तर 32.52 मीटर दर्ज किया गया। तीन जुलाई को यहां गंगा का जलस्तर 32.28 मीटर था। गंगा लगातार बढ़ रही है। लेकिन इस बार गंगा के बढ़ते जलस्तर के बीच भी अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु का निर्माण कार्य जारी है। पिछले साल बाढ़-बरसात के मौसम में महासेतु निर्माण कार्य को बंद करना पड़ा था। इससे कार्य की प्रगति बाधित हुई थी। कोरोना के कारण भी महासेतु निर्माण कार्य पर लगातार ब्रेक लगा। दूसरी ओर 30 अप्रैल 2022 को साढ़े तीन बजे सुबह में अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु के पाया नंबर पांच का सेंगमेंट एकाएक ध्वस्त होने से भी निर्माण कार्य प्रभावित हुआ। परंतु, अब इस महासेतु का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी है।



तेजी से जारी है सेगमेंट लांचिग का कार्य

वर्तमान में 3.16 किलोमीटर लंबे अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु के पाया नंबर सात, आठ, 10 और 11 पर सेगमेंट लांचिग का कार्य जारी है। इस बार एक हजार की क्षमता वाले बार्ज (सेगमेंट ले जाने का यंत्र) मंगाया गया है। पहले वर्षा होने और हल्की तेज हवा चलने पर कार्य बंद कर दिया जाता था। बार्ज आने के बाद इससे मुक्ति मिल गई है। काम में कोई व्यवधान नहीं है। अगर सबकुछ ठीक-ठाक रहा, तो पूर्व की घोषणा के अनुसार दिसंबर 22 में महासेतु के निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। महासेतु के एप्रोच पथ का निर्माण कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा है। पाया नंबर सात-आठ के बीच की दूरी 270 मीटर है। पाया नंबर 10 और 11 की दूरी मात्र 165 मीटर है। कोट
गंगा के जलस्तर में वृद्धि से महासेतु के निर्माण कार्य पर कोई असर इस बार नहीं पड़ना चाहिए। उम्मीद है कि दिसंबर तक अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है।
योगेंद्र कुमार, वरीय परियोजना अभियंता, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम, खगड़िया

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