पुलिस के डायल 112 में शराब पीकर हंगामा के आ रहे अधिक काल

संवाद सहयोगी, किशनगंज : किसी भी दुविधा में लोगों को तुरंत मदद पहुंचाने और क्राइम कंट्रोल के उद्देश्य से कार्यरत इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) यानि डायल 112 सर्विस से लोगों को मदद मिल रहा है। एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस की मदद के लिए डायल 112 सेवा जिले में लगभग एक माह पहले शुरू हुआ है। अबतक इस सेवा के लिए करीब दो दर्जन से अधिक जरूरतमंद लोग इसकी सेवा ले चुके हैं। इसमें सबसे अधिक शराब पीकर हंगामा कर रहे लोगों की शिकायत पहुंची है। शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंचकर लोगों के समस्या का समाधान की है।

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डायल 112 में फोन करते ही कुछ मिनट के अंदर पुलिस लोगों के सेवा में हाजिर हो जाते है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में डायल 112 का कंट्रोल रूम बनाया गया है जिसमें 24 घंटा पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। कंट्रोल रूम में फोन आते ही पीड़ित से उनकी परेशानी पूछी जाती है इसके उपरांत काल 112 के ड्राइवर को फारवर्ड कर तुरंत पीड़ित के बताए पता पर जाने का निर्देश दिया जाता है। 112 गाड़ी तुरंत पीड़ित के बताए पता पर पहुंच जाती है और पीड़ित के परेशानी का निदान कर सूचना कंट्रोल रूम में पहुंच जाता है।

चार वाहन कर रहे काम::

महानगरों के तर्ज पर किशनगंज में शुरू हुए डायल 112 की जानकारी लोगों को कम है जिस कारण लोग इस सुविधा का फायदा नहीं ले पा रहे हैं। हालांकि अब बड़े शहरों के जैसे किशनगंज में भी 112 डायल कर तुरंत पुलिस की इमरजेंसी सेवा ले सकते हैं। डायल 112 पर काल करने पर इमरजेंसी में पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की सुविधा आम लोगों को मिल जाता है। इस सुविधा के क्रियान्वयन के लिए किशनगंज शहरी क्षेत्र को पुलिस मुख्यालय से 4 विशेष वाहन मिला हैं। इमरजेंसी रिस्पांस वेकेल का जीपीएस सिस्टम होने के वजह से वाहन किस जगह और कितने बजे पहुंची और कितने देर में सुविधा उपलब्ध करवाई इसकी भी जानकारी नियंत्रण कक्ष को मिल जाती है। पूरा सिस्टम आनलाइन और कम्प्यूटरराइज है। शहरी क्षेत्र में मिले चार वाहनों को चार सेक्टर में बांटकर सेवा प्रदान किया जा रहा है। इस विशेष वाहन पर एक सब इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस अधिकारी और चार कासटेबल तैनात रहते हैं।

कैसे करें इस्तेमाल::

कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल से 112 डायल करें। अगर आप 112 डायल नहीं कर सकते हैं तो आप स्मार्टफोन में मौजूद पावर बटन को तीन बार दबाकर भी सहायता ले सकते हैं। अगर आपके पास स्मार्टफोन नहीं है तो आप फोन से 5 या 9 नंबर अपने दबाकर ईआरएसएस से सहायता ले सकते हैं। इसके अलावा आप ईआरएसएस वेबसाइट से भी लागिन कर सहायता ले सकते हैं। एप के जरिये भी सेवा का लाभ लिया जा सकता है। जैसे ही आप 112 में डायल करेंगे तुरंत आपका पटना काल सेंटर में जाएगा जहां आपकी समस्या और कुछ जानकारी लेकर इसकी सूचना तुरंत किशनगंज स्थित नियंत्रण कक्ष को देगा देगा, जिसके बाद कुछ समय में ही आपके पास वाहन पहुंच जाएगी।

डायल 112 में पहुंचे काल::

डायल 112 ने शहर के पूरबपाली में एक मां को उनके पुत्र द्वारा कई दिनों से अपने ही घर में बंधक बना कर रखा था। जिसकी सूचना पीड़ित महिला की परिजनों ने जमशेदपुर से डायल 112 में दिया था जिसका उपरांत तुरंत डायल 112 की टीम पूरबपाली पहुंचकर बंधक बनाए मां को मुक्त कराया था। 4 जुलाई सुबह 2:30 बजे एक सड़क दुर्घटना की सूचना डायल 112 में दिया गया तो तुरंत टीम ने मौके पर पहुंचकर दुर्घटनाग्रस्त लोगों को मदद के साथ अस्पताल पहुंचाया। वहीं 4 जुलाई की सुबह 8:00 बजे एक इमरजेंसी काल आया और व्यक्ति ने बताया उनको मोटरसाइकिल सवार कुछ लोग परेशान कर रहे हैं तुरंत टीम मौके पर पहुंचकर परेशानी को निदान किया और उनको गंतव्य स्थल तक पहुंचाया। वहीं डायल 112 में अधिकतर काल शराब पीकर घर में हंगामा कर रहे लोगों का भी आ रहा है। इसके अलावा कई तरह की परेशानियों की काल डायल 112 में लगातार आ रहे हैं। डायल 112 की टीम भी शहर में चौक्कना रहती है सूचना मिलते ही कुछ समय के भीतर ही मौके पर पहुंचकर लोगों की परेशानियों को निदान करने में जुटे रहते है और जरूरत पड़ने पर उन्हें थाना तक पहुंचाते हैं।

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