जनप्रतिनिधि व प्रशासन की पहल पर शादी समारोह से थाने पहुंचा नबालिग, बाद में हुआ रिहा

अररिया प्रखंड के बटुरबाड़ी में हो रहा था बाल विवाह प्रशासन के पहल पर लगी रोक जिला बाल संरक्षण इकाई की पहल पर हुई कार्रवाई, पिता से बंद पत्र भराकर नबालिग को थाने से किया मुक्त संवाद सूत्र, ताराबाड़ी(अररिया): ग्रामीणों के पहल पर गुरुवार को एक नाबालिग निकाह होने से बचाया गया। त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने तत्काल ही इस पर रोक लगाते हुए नाबालिग को शादी समारोह से मुक्त कराया गया। मामला जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत ताराबाड़ी थाना क्षेत्र के बटूरबाड़ी पंचायत की है। दरअसल ताराबाड़ी थाना क्षेत्र के बटुरबाड़ी वार्ड संख्या 15 में एक नाबालिग बच्ची की शादी गुरुवार को हो रही थी।। जिसके लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई थी। कुछ देर में बारात पहुंचने ही वाली थी कि किसी ने इसकी सूचना जिला बाल संरक्षण इकाई को देते हुए हो रहे बाल विवाह पर रोक लगाने की अपील की। त्वरित कार्रवाई करते जिला बाल संरक्षण इकाई के निदेशक ने कार्रवाई हेतु अनुमंडल पदाधिकारी को सूचना दी। वहीं अनुमंडल पदाधिकारी ने बीडीओ, सीओ तथा ताराबाड़ी थाना पुलिस को तुरंत इसकी लिखित सूचना देकर हो रहे बाल विवाह रोकने तथा कार्रवाई का आदेश दिया। मौके पर पहुंचे बीडीओ आशा कुमारी, सीओ गोपीनाथ मंडल व ताराबाड़ी थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के बटूरबाड़ी वार्ड संख्या 15 निवासी मु. कासिम के घर पहुंचा जहां नाबालिग 13 वर्षीय बच्ची की शादी उनके बड़े भाई राजानुर के पुत्र मु. रेहान अली के साथ अदा की जा रही थी। जिसे महिला पुलिस के सहयोग से प्रशासन ने हो रहे नाबालिग बच्ची की शादी पर रोक लगाया। इस बीच पुलिस ने लड़का लड़की व उनके पिता को थाना ले गया। जहां अधिकारियों के मौजूदगी में पीआर बांड के आधार पर पुलिस ने नाबालिग को थाना से रिहा करते हुए उनके पिता कासिम को सुपुर्द कर दिया। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी मची है। एक सप्ताह पूर्व बिहार सरकार के पंचायती राज विभाग द्वारा बाल विवाह को लेकर कड़ी फरमान सुनाई थी। जिसका असर समाज में दिखने लगा है। चूकी बाल विवाह होने पर उस क्षेत्र के वार्ड सदस्य व मुखिया को पदच्युत करने की कड़ी हिदायत दी गई थी। जिसका असर जिले में दिखने लगा।

जनप्रतिनिधि व प्रशासन की पहल पर शादी समारोह से थाने पहुंचा नबालिग, बाद में हुआ रिहा यह भी पढ़ें

अन्य समाचार