घंटों तक इंतजार करते रहे मरीज, चिकित्सकों का पता नहीं, खूब काटा बवाल

संवाद सहयोगी, मुंगेर : सदर अस्पताल में चिकित्सीय व्यवस्था एक बार फिर कटघरे में है। दूर-दराज से आने वाले मरीजों का समय पर इलाज नहीं हो रहा है। बुधवार को सदर अस्पताल के ओपीडी में चिकित्सकों के नहीं रहने पर मरीज और उनके स्वजनों ने हंगामा किया। दरअसल, ओपीडी में नया-पुराना मिलाकर चार सौ से ज्यादा मरीज इलाज कराने पहुंचे थे। चिकित्सक के नहीं होने के कारण लगभग एक सौ मरीज बिना इलाज कराए लौटे गए। दरअसल, ओपीडी में बुधवार को चिकित्सकों की ड्यूटी लगी थी, इसमें मात्र दो चिकित्सक दंत विशेषज्ञ और फिजिशियन डा. रमन पहुंचे थे। दो चिकित्सक बिना सूचना गायब रहे। शिशु विभाग में शिशु रोग विशेषज्ञ भी डयूटी से गायब थे। ओपीडी में सुबह से ही मरीजों की लंबी कतार लगी रही। दो चिकित्सक रहने के कारण चार सौ मरीजों का इलाज संभव नहीं था। ----------------------------- मची आपाधापी, कई बार हुई कहासुनी चिकित्सकों की अनुपस्थिति के कारण इलाज के दौरान कई बार ड्यूटी में तैनात चिकित्सकों को कई बार मरीजों से उलझना भी पड़ा। मरीज इलाज कराने के लिए आपाधापी करते दिखे। तैनात चिकित्सक डा. रमन एक-एक कर मरीज को देख रहे थे, तभी बाहर से मरीज हंगामा करने लगे कि और चिकित्सक को बुलाने की मांग करने लगे। यहां तक के कई मरीजो ने सिविल सर्जन को काल कर चिकित्सक की मांग कर रहे थे। स्वास्थ्य कर्मी भीड़ को नियंत्रित करने में असमर्थ दिखे। नतीजन 12 बजे ओपीडी के समय से आधा घंटा ज्यादा समय देने के बाद भी करीब 100 से ज्यादा मरीज बिना इलाज के लौटे। जिन मरीजों का इलाज नहीं हो सका व मरीज ओपीडी में हंगामा करने लगे। बाद में सुरक्षा गार्डों ने मामला शांत हुआ। ------------------- जानिए मरीजों का दर्द बिना इलाज वापस लौटे मरीज बाकरपुर के मु. सलाम, सुजावलपुर के मु. आलम, नौवागढ़ी के चंदन कुमार, पियुस कुमार, राहुल कुमार, संतोष कुमार, ममता देवी सहित अन्य ने कहा कि सरकार की ओर से व्यवस्था किए जाने के बाद भी अस्पताल में मरीजों को सेवाएं नहीं मिल रही है। सुबह आठ बजे से डाक्टर का इंतजार कर रहे थे। विलंब से डाक्टर के आने के बाद काफी भीड़ लग गई। ऐसे में बिना इलाज के लौटना पड़ रहा है। उन्होंने सिविल सर्जन से ओपीडी में प्रयाप्त संख्या में चिकित्सकों के नियुक्त करने की मांग की। --------------------- कोट -ओपीडी में चिकित्सकों को निर्धारित समय पर पहुंचना है। बुधवार को जिन चिकित्सकों की ड्यूटी लगी थी और वह नहीं आए थे। जांच के बाद एक दिन की हाजरी काटी जाएगी। स्पष्टीकरण भी मांगा जाएगा। -डा. पीएम सहाय, सिविल सर्जन, मुंगेर।


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