एक वर्ष में भी ई-श्रम कार्ड का लक्ष्य अधूरा

एक वर्ष में भी ई-श्रम कार्ड का लक्ष्य अधूरा

जागरण संवाददाता शेखपुरा एक वर्ष में भी जिला में ई-श्रम कार्ड बनाने का काम लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया। पिछले साल 31 जुलाई से यह काम शुरू हुआ था,जिसमें शेखपुरा जिला में 213556 श्रमिकों को ई-श्रम कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया था,मगर एक वर्ष से अधिक समा बीत जाने के बाद भी यह आंकड़ा 152552 पर अटका हुआ है। केंद्र सरकार एन असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का राष्ट्रीय आंकड़ा जुटाने के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया है। इस मामले में जिला के श्रम अधीक्षक विनय कुमार ने बताया जिला में लोग इसके प्रति रुचि ही नहीं दिखा रहे हैं। ई-श्रम कार्ड बनाने के लिए शहरी क्षेत्र के वार्डों और ग्रामीण क्षेत्र के पंचायतों में शिविर तक लगाया गया,मगर लोगों ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। हालांकि यह काम सभी कामन सर्विस सेंटरों पर लगातार चलाया जा रहा है। लोग कामन सर्विस सेंटर के बजाय स्वयं अपने स्मार्ट मोबाइल फोन से अपना पंजीयन करके अपना ई-श्रम कार्ड बनवा सकते हैं। जिला में लक्ष्य की तुलना में जो ई-श्रम कार्ड बना है वह महज 70 प्रतिशत है। ई-श्रम कार्ड के माध्यम से संगठित क्षेत्र के श्रमिकों को विभिन्न तरह की सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा सकता है। ये बनवा सकते हैं ई-श्रम कार्ड— केंद्र सरकार ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की पहचान के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया है। इसमें पंजीकृत श्रमिक को विशेष तरह का पहचान पत्र मिलता है। इसमें असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के साथ स्कूलों के रसोइया,जीविका दीदी,फुटपाथ और फेरी करके फल,सब्जी व अन्य सामाग्री बेचने वाले,जूता-चप्पल की मरम्मती करने वाले,ठेका,रिक्शा चालक,दैनिक मानदेय वाले सफाईकर्मी,मनरेगा के श्रमिक भी इस योजना से जुड़ सकते हैं।

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