एक दशक पहले भी कई ट्रक चालक, उपचालक की हुई थी हत्या

जागरण संवाददाता, खगड़िया: महेशखूंट थाना क्षेत्र में गुरुवार की रात ट्रक चालक और उपचालक की हत्या के बाद से दहशत है। मालूम हो कि मुरकटवा गिरोह के कारण एक दशक पूर्व कई जिलों की पुलिस की नींद उड़ी हुई थी। पुलिस सूत्रों की माने तो पसराहा, महेशखूंट, चौथम, मुफस्सिल, मानसी थानों में कई केस ऐसा होगा, जिसमें एक दर्जन से अधिक अपराधियों को ऐसे मामलों में जेल भेजा गया होगा। उस समय मुरकटवा गिरोह पर निगाह रखने को लेकर एनएच 31 पर स्पेशल गश्ती रात में चलती थी। दर्जनों चालक, उपचालक की निर्मम हत्या अपराधियों द्वारा की गई होगी। बताया जाता है कि बेगूसराय से साहेबपुर कमाल के बीच कई लाइन होटलों से मुरकटवा गिरोह ट्रकों को टारगेट करता था। वह चालक को विश्वास देकर ट्रक पर चढ़ जाता था। पीछे से गिरोह के सदस्य दूसरे वाहन से पीछा करता था। निर्धारित क्षेत्र में घटना को अंजाम देकर भाग खड़ा होता था। पसराहा- सतीशनगर के बीच भी साल भर पहले चालक-उपचालक की निर्मम हत्या कर एनएच के बगल में फेक दिया गया था। इस तरह का मामला खगड़िया के बूढ़ी गंडक नदी पुल से पहले अथवा मानसी से सतीश नगर के बीच अक्सर सामने आते रहा है। यह अंतर राज्यीय गिरोह है और वाहनों पर से महंगे माल कहीं बेचकर वाहन को बंगाल के कबाड़ीखाना में बेच देता है। स्वास्थ्य विभाग के चार वाहनों की चोरी हो गई थी। राहत कि बात यह थी कि वाहन में लोकेशन चिप लगे थे। बंगाल के पानागढ़ ले जाने के दौरान वाहन और बदमाशों को पकड़ा गया था। गुरुवार की रात की घटना ने पुलिस को झकझोड़ दिया है। पुलिस इसकी गहन जांच कर रही है।

यहां रची-बसी है स्वतंत्रता संग्राम की यादें, हंसते-हंसते प्राण किए न्योछावर यह भी पढ़ें

अन्य समाचार