अब दूर होगी राजस्व कर्मचारियों की कमी

- जिले को राजस्व कर्मचारी पद के 64 अभ्यर्थी आवंटित

- 16 से होगा प्रमाण पत्रों का सत्यापन
- सत्यापन के लिए प्रतिनियुक्त किए गए अधिकारी
संवाद सहयोगी, जमुई : पंचायत सचिवों की कमी दूर होने के बाद अब राजस्व कर्मचारियों का भी टोटा खत्म हो जाएगा। इसके लिए जिले को राजस्व कर्मचारी पद के लिए चयनित 64 अभ्यर्थी आवंटित किए गए हैं। उन सभी अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन 16 अगस्त से किया जाना है। तीन दिनों तक सत्यापन प्रक्रिया को अंजाम तक पहुंचाने के लिए जिला पदाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने वरीय उप समाहर्ता रवि प्रकाश गौतम के नेतृत्व में अधिकारियों व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति भी कर दी है। जिला पदाधिकारी ने बताया कि अभ्यर्थियों के सभी मूल प्रमाण पत्रों यथा शैक्षणिक एवं अन्य प्रमाण पत्रों के अलावा बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा निर्गत प्रवेश पत्र इत्यादि की जांच के उपरांत नियुक्ति पत्र निर्गत किया जाएगा। शपथ पत्र प्राप्त कर नियुक्ति की कार्रवाई कैंप लगाकर तीन दिनों के अंदर किया जाना है। उन्होंने कहा है कि फिलहाल अभ्यर्थियों को औपबंधिक नियुक्ति पत्र दी जाएगी। प्रमाण पत्रों की संबंधित संस्थान से जांच के उपरांत तीन महीने के भीतर नियुक्ति पत्र की संपुष्टि निर्गत की जाएगी। यहां बता दें कि जिले में कुल 29 नियमित के अलावा पांच संविदा पर कार्यरत राजस्व कर्मचारियों के ऊपर 152 पंचायत, दो नगर परिषद तथा एक नगर पंचायत संभालने की जिम्मेवारी थी। नतीजतन एक-एक कर्मचारियों को सात-सात हल्के का जिम्मा मिला हुआ है। अब 64 राजस्व कर्मचारियों के योगदान से जिले में कुल कर्मचारियों की संख्या 98 हो जाएगी। बिहार कर्मचारी आयोग पटना ने 2014 में प्रथम इंटर स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा निकाली थी। उक्त परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए जिला पदाधिकारी को बिहार कर्मचारी आयोग द्वारा अनुशंसा भेजे जा रहे हैं। अनुशंसा की कड़ी में ही 64 राजस्व कर्मचारियों की नियुक्ति की अनुशंसा जमुई जिला पदाधिकारी को प्राप्त हुई है।

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