11 साल बाद भी 16 आंगनबाड़ी केंद्र का अधूरा है भवन

संसू, महिषी (सहरसा): प्रखंड क्षेत्र के 250 आंगनबाड़ी केंद्रों में से अबतक कुल 49 केंद्रों को भवन उपलब्ध हो पाया है जिनमें से 33 आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण वर्ष 2011-12 में करवाया गया था। जबकि 16 भवनों का निर्माण 11 वर्षों से राशि के उठाव के बाद भी अधूरा है। निर्मित भवन जीर्णशीर्ण अवस्था में रहने पर जीर्णोद्धार के लिए सीडीपीओ ने बीडीओ को पत्र लिखा है।

जानकारी के अनुसार, आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण को लेकर सरकारी स्तर से पंचायत, मनरेगा और पंसस को विभिन्न योजना मद से निर्माण का निर्देश दिया गया था। वर्ष 2011-12 में विभिन्न स्तर से केंद्र के भवन निर्माण का कार्य करीब चार लाख 95 हजार की तय लागत से शुरू करवाया गया जिसमें से 40 केंद्रों का निर्माण कार्य पूर्ण कर उसे बाल विकास को हस्तांतरित कर दिया गया जबकि 16 का निर्माण राशि के उठाव के बाद भी अधूरा है। जिन 40 भवनों में केंद्रों का संचालन इतने दिनों से हो रहा है वह जर्जर हो चुका है। इसके जीर्णोद्धार के लिए सीडीपीओ अपर्णा द्वारा बीडीओ को पत्र लिखा गया है। इस संबंध में सीडीपीओ ने बताया कि पूराने भवनों में किचन शेड और शौचालय नहीं रहने से बच्चों के पोषाहार पकाने तथा नौनिहालों समेत सेविका व सहायिका को शौच के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बीडीओ विनय मोहन झा ने बताया कि कुछ पंचायत के मुखिया द्वारा 15वीं वित्त के कार्ययोजना में आंगनबाड़ी केंद्र के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव लिया गया है। परंतु भुगतान प्रक्रिया शुरू नहीं होने के कारण इन कार्य योजना पर कार्य नहीं शुरू करवाया जा सका है।

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