226 में से 42 पंचायतों में नहीं हो रहा जन्म-मृत्यु का निबंधन

226 में से 42 पंचायतों में नहीं हो रहा जन्म-मृत्यु का निबंधन

धर्मेंद्र कुमार सिंह, आरा: भोजपुर जिले में 226 रजिस्ट्रेशन इकाई (पंचायत) में से 42 इकाइयों ने जन्म-मृत्यु का निबंधन पिछले दो माह से करना बंद कर दिया है। इन सभी की लापरवाही के कारण राज्य स्तरीय रैंकिंग में भी भोजपुर जिला पिछड़ते हुए 24वें स्थान पर पहुंच गया है। वहीं, पांच हजार से ज्यादा लोग प्रमाण पत्रों के लिए रोजाना कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं।
जिले में अकार्यरत रजिस्ट्रेशन इकाई (पंचायतों) में सबसे ज्यादा संख्या आरा सदर प्रखंड और बड़हरा प्रखंड के नौ-नौ पंचायतों की है। आरा में कुल 19 पंचायत में से महज 10 पंचायत और बड़हरा के 22 पंचायत में से महज 13 पंचायतों में ही जन्म-मृत्यु का निबंधन हो पाया है। इसके अलावा शाहपुर प्रखंड के सात पंचायतों में, पीरो के छह पंचायत और अगिआंव प्रखंड में तीन पंचायत, उदवंतनगर, कोईलवर और जगदीशपुर में दो-दो पंचायत तथा चरपोखरी व तरारी के एक-एक पंचायत में निबंधन का कार्य जून और जुलाई में नहीं हो पाया। इधर, गड़हनी, सहार, बिहियाऔर संदेश में शत प्रतिशत का निबंधन सफलतापूर्वक किया गया है। इसी कारण जिले की रैंकिंग सबसे नीचे नहीं गई, वरना जिले का प्रदर्शन और खराब होता है। जन्म-मृत्यु का प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी मृत्यु प्रमाण पत्र वाले लोगों को उठानी पड़ रही है। वे किसी भी प्रकार का आवेदन कहीं जमा नहीं कर पा रहे हैं। जिस कारण उन्हें कई प्रकार के लाभ उठाने में अनावश्यक ढंग से विलंब का सामना करना पड़ रहा है।
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जन्म-मृत्यु का निबंधन करने में आरा सदर अस्पताल सबसे पीछे
भोजपुर जिले में जन्म-मृत्यु निबंधन करने के मामले में आरा सदर अस्पताल की स्थिति काफी दयनीय है। सदर अस्पताल में प्रसव के कुल 4424 मामले आए, जिसमें से 4107 का निबंधन हुआ। इसमें 317 लोगों का निबंधन नहीं हो पाया है। इसी प्रकार मृत्यु में कुल 204 मामले प्रकाश में आए, जिसमें से 139 का निबंधन हुआ और 65 का नहीं हो पाया है। इस तरह से दोनों निबंधन में सदर अस्पताल फिसड्डी है। जबकि, अन्य 15 स्वास्थ्य संस्थान की स्थिति काफी बेहतर है।
राज्य में जन्म निबंधन में जिला 24वें स्थान पर
भोजपुर जिले में जन्म का निबंधन करने के मामले में बड़े स्तर पर लापरवाही की जा रही है। इसका साफ असर राज्य स्तरीय रैंकिंग पर भी दिख रहा है। जिला पूरे राज्य में 24वें स्थान पर है। यहां पर 84544 जन्म लिए लोगों का निबंधन जुलाई तक करना था। लक्ष्य के मुकाबले महज 47.85% अर्थात 40452 का ही निबंधन हो पाया है। इस मामले में पड़ोसी बक्सर जिला 19वें स्थान पर है। मृत्यु प्रमाण पत्र के मामले में भोजपुर जिला राज्य में तीसरे स्थान पर है। 18231 लोगों में से 8835 लोगों का निबंधन हो चुका है इस तरह से 48% से ज्यादा लोगों का निबंधन हुआ है।
लापरवाही की डीएम से की जाएगी शिकायत
भोजपुर जिले में 42 पंचायत इकाइयों के विगत 2 माह से कार्य नहीं करने के कारण जिले का कार्य प्रभावित हुआ है। इस वजह से राज्य स्तरीय रैंकिंग में जिला 24वें स्थान पर पहुंच गया है। डीएम से लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया जाएगा।
- मोती कुमार दिनकर, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, भोजपुर।

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