शुद्ध पेयजल की जगह छात्र पी रहे आयरनयुक्त पानी

संवाद सूत्र, पिपरा (सुपौल)। प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय कौशलीपट्टी बालक में पीएचईडी के द्वारा लगाया गया टैंक से फिल्टर युक्त पानी पीने का सपना आज भी साकार नहीं हो रहा है। लगाने के समय से ही यह बीमार पड़ा है जिसे देखने वाला कोई नहीं है। नतीजा है कि छात्र आयरनयुक्त पानी पीने को मजबूर हैं। प्रधानाध्यापक अरविद कुमार ने बताया 2021 में पीएचईडी के द्वारा टैंक, फिल्टर एवं चापाकल लगाया गया लेकिन उस समय से ही इसमें आज तक पानी नहीं आया। पीएचईडी के द्वारा किए गए इस कार्य से लोगों को लगा कि अब विद्यालय के छात्र फिल्टर युक्त पानी पीएंगे लेकिन विभाग के द्वारा लगाने के बाद आज तक इसको देखने कोई नहीं आया। कई बार विभाग को सूचना भी दी गई लेकिन सूचना तक ही बात रह गई। नल का जल योजना के द्वारा इस विद्यालय में चार नल लगाए गए लेकिन सभी नल की टोटी टूट गई है तो कहीं नल उखड़ गया है। न पानी आने का समय रहता है कभी-कभी सप्ताह भर पानी बंद रहता है। वार्ड नंबर 15 स्थित इस स्कूल में एक बालिका शौचालय एक बालक शौचालय है। बालक शौचालय की स्थिति जर्जर बनी हुई है। प्रधानाध्यापक ने बताया कि चुनाव के समय शौचालय की स्थिति की जानकारी विभाग को दी गई लेकिन शौचालय नहीं बना। विद्यालय में एक चापाकल है जिससे बच्चे पानी पीते हैं। ग्रामीणों ने बताया नल का जल योजना की शिकायत विभाग को कई बार की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जबकि सरकार की यह अति महत्वपूर्ण योजना है। हर घर में जल नल योजना के तहत शुद्ध पानी पहुंचाने का दावा किया जा रहा है जो धरातल पर नाकाम साबित हो रही है।


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