बीआरएम कालेज में सृजित पद से आधे हैं कर्मचारी

जागरण संवाददाता, मुंगेर : बीआरएम कालेज मुंगेर विश्वविद्यालय के नामचीन महिला कालेजों में से एक है। इस महाविद्यालय से शिक्षा ग्रहण कर छात्राएं देश-विदेश में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रही है, लेकिन वर्तमान समय में कालेज में शिक्षणेतर कर्मचारियों का घोर अभाव है। महाविद्यालय में नाइट गार्ड और माली तक नहीं है। साथ ही कई विभागों में शिक्षणेतर कर्मचारी की कमी है, जो कर्मचारी अभी कार्यरत है, उनके कंधों पर कई विभागों की जिम्मेदारी है। बता दें कि बीआरएम कालेज में शिक्षणेतर कर्मचारियों के कुल सृजित पद 26 है और वर्तमान समय में कुल 14 ही कार्यरत हैं। महाविद्यालय में नाइट गार्ड भी नहीं हैं। कालेज की सुरक्षा को लेकर महाविद्यालय प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्था करनी पड़ती है।


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कैडेट व स्वयंसेवकों कर रहे गार्डन की देखरेख
महाविद्यालय का गार्डन पूर्व में काफी समृद्ध था। गार्डन में कई तरह फूल लगे हुए हैं। कालेज में प्रवेश करते ही फूलों की महक से लोग आनंदित हो जाते थे। कालेज का माली के सेवानिवृत होने के बाद गार्डन की स्थिति चरमरा गई। हालांकि, कालेज के एनसीसी कैडेट व एनएसएस स्वयं सेविका देखभाल कर रही है। छात्राएं कालेज में माली की नियुक्ति की मांग कर रहे है, लेकिन अभी तक माली नहीं मिला है।
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पुस्तकालय में भी कर्मचारियों की कमी
कालेज का पुस्तकालय काफी समृद्ध है। पुस्तकालय में दस हजार से अधिक पुस्तकें है, लेकिन पुस्तकालय में लाइब्रेरियन और कर्मचारियों की कमी के कारण छात्राओं को पुस्तक निकालने में काफी परेशानी होती है। बता दें कि 1990 में लाइब्रेरियन प्रिया चक्रवर्ती के जाने के बाद इस कालेज में स्थाई लाइब्रेरियन नहीं है। वर्तमान समय में कालेज के तृतीय वर्ग के कर्मचारी उषा राय को पुस्तकालय की देखरेख की जिम्मेदारी दी गई है। उनके पास भी कई काम की जिम्मेदारी है, जिस कारण छात्र को पुस्तक का अध्ययन करने में काफी परेशानी हो रही है।
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कोट
-कालेज में शिक्षणेतर कर्मचारियों काफी कमी है। कालेज में नाइट गार्ड, माली नहीं है। शिक्षणेतर कर्मचारियों की कमी दूर करने की मांग विवि प्रशासन से की गई है। कठिनाईयों का अंदाजा लगाया जा सकता है।
-डा. कंचन गुप्ता, प्राचार्य, बीआरएम कालेज।

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