कृष्णाष्टमी को लेकर चहुंओर उत्साह का माहौल

संवाद सूत्र, कटैया- निर्मली (सुपौल)। पिपरा प्रखण्ड क्षेत्र के कटैया माहे, हटवरिया, तुलापट्टी, पथरा, जोल्हनियां, रामनगर, बसहा एवं अन्य जगहों पर कृष्णाष्टमी को लेकर लोगों में उत्साह भरा हुआ है। दो साल की कोरोना की खामोशी के बाद इस साल शुक्रवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर श्री राधा कृष्ण मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पिपरा प्रखंड के हटबरिया मंदिर का इतिहास पुराना है। मंदिर के बारे में ग्रामीणों ने कहा कि बात 1890 ई. की है जब बाबू वंशी सिंह को शादी के कई वर्षों तक संतान नहीं हुआ तो वे निर्मली गांव को छोड़कर हटवरिया गांव में घर बना लिए तथा यहीं रहने लगे। वे विनम्र स्वभाव के थे। समाज के कुछ आस्थावान प्रबुद्ध जनों ने बाबू वंशी सिंह से विनती की कि यदि आप भगवान श्री कृष्ण एवं शक्ति की देवी मां दुर्गा के साथ साथ अन्य देवी देवताओं का आह्वान करेंगे तो संतान रत्न प्राप्त होगा। उन्होंने ऐसा ही किया तथा मंचन कामत, दुनाय कामत, जमादार ठाकुर, नन्दकिशोर ठाकुर, गेनालाल मंडल, लालचंद मंडल, रघुवर मंडल, पलट राय, नथरू ठाकुर, बुलाकी साह, देवनारायण सिंह एवं अन्य लोगों के द्वारा मधुबनी जिले के मधेपुर से अपने अपने कांधे पर भगवान श्री कृष्ण, मां दुर्गा, गणेश जी, कार्तिक भगवान, हनुमान जी, माता पार्वती तथा भगवान शंकर की प्रतिमा लाई गई। जिसे एक गोशाला में स्थापित कर कृष्ण जन्म उत्सव मनाया गया। जिसके बाद बाबू वंशी सिंह को पुत्ररत्न की प्राप्ति हुई। उसी समय से हर वर्ष हटवरिया में ग्रामीणों के द्वारा बड़ी धूमधाम से कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाता है।


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