महज आधे घंटे की बारिश में ही तैरने लगा शहर, कई घरों में घुसा नाले का पानी

महज आधे घंटे की बारिश में ही तैरने लगा शहर, कई घरों में घुसा नाले का पानी

जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ: बरसात की पहली मूसलाधार बारिश। शुक्रवार को अचानक आयी इस बारिश से जहां किसानों ने राहत की सांस ली है, वहीं नगरनिगम क्षेत्र के लिए यह बारिश आफत बनकर आई। महज आधे घंटे की बारिश में पूरा शहर जल के प्रलयंकारी स्थिति से गुजरता दिखा। अजीब बात यह रही कि जिस नाले से जल निकासी होनी चाहिए, उसी नाले से शहर का गंदा पानी तेजी से आता दिखा। यह नजारा नगरनिगम के नाले सफाई के खोखले दावे को दिखाने के लिए काफी था। मूसलाधार बारिश के बाद करीब डेढ़ घंटे तक सड़कों पर नाले का पानी जमा रहा। रांची रोड, सोगरा कॉलेज, पुलपर सहित कई क्षेत्रों में देर शाम तक पानी की निकासी नहीं हो सकी। वहीं वार्ड 42, 44, 46 के कई घरों में पानी प्रवेश कर गया। लेकिन आश्चर्य नगर निगम का कोई भी नुमाइंदा शहर की इस विकराल स्थिति का जायजा लेने नहीं निकला। झूठे साबित हुए निगम के सफाई के दावे : शुक्र मनाएं इस बार बारिश अच्छी नहीं हुई अन्यथा निगम के तमाम दावे फर्श पर पड़े दिखते। नाले सफाई के लिए इस बार स्पेशल टीम गठित की गई थी। जिसमें बड़े, मंझले तथा छोटे नाले के लिए अलग-अलग टीम थी। निगम का दावा रहा कि यह टीम पूरे महीने नाले सफाई में भिड़ी रही। लेकिन महज आधे घंटे की बारिश में निगम के तमाम दावे झूठे साबित हुए। हैरत की बात तो यह है कि इसी खोखले वादे के आधार पर अपने शहर को इंदौर बनाने का हम सपना पाल रहे हैं। निगम की सफाई व्यवस्था पर एक नजर - सफाई कर्मियों की संख्या : 650 - ट्रैक्टर : 12 - टीपर : 24 - कूड़ा उठाव हाइड्रोलिक मशीन : 3 - जेसीबी : 2 - बाबकेट मशीन : 4 - नाला सफाई टीम : 3 -------------------------------------------------------------- कहते अधिकारी हर नाला की पानी निकासी की अपनी क्षमता है। तेज बारिश के बाद पानी निकासी में वक्त लगना लाजमी है। जिन इलाकों में पानी की निकासी की समस्या है, वहां टीम काम कर रही है। वहीं सूचना के आधार पर टीम को गंतव्य भेजा जा रहा है। विनय रंजन, नगर प्रबंधक

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