मरम्मत के लिए जर्जर भवन वाले विद्यालयों की सूची उपलब्ध कराएं : डीएम

मरम्मत के लिए जर्जर भवन वाले विद्यालयों की सूची उपलब्ध कराएं : डीएम

मधुबनी । जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षात्मक बैठक हुई। बैठक में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या बल कार्यक्रम पर विस्तृत चर्चा की गई। इस संबंध में उद्देश्य एक लघु वीडियो प्रेजेंटेशन का प्रदर्शन भी किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि एक से पांच तक में बच्चों में कक्षा सापेक्ष दक्षता अत्यंत आवश्यक है। विशेषकर एक से तीन में तो बच्चों में भाषा व गणित की बुनियादी समझ विकसित होती है। इसके समुचित विकास के मद्देनजर बुनियादी साक्षरता एवं संख्या बल कार्यक्रम अत्यंत सहायक सिद्ध होगा। कहा कि यदि कोई बच्चा अपने प्रारंभिक कक्षा में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या की समझ में कमजोर रह जाता है तो जैसे जैसे वह उच्च से उच्चतर कक्षाओं में प्रवेश करता है, पढ़ाई के प्रति उसकी अरुचि बढ़ती जाती है। पूर्व में नेशनल अचीवमेंट सर्वे और एससीईआरटी, बिहार द्वारा किए गए सर्वे इसकी गवाही देते हैं। ऐसे में इस कार्यक्रम की सफलता के लिए आवश्यक है कि विद्यालय के शिक्षकों के साथ- साथ अभिभावक और जनप्रतिनिधियों को भी सक्रिय भूमिका निभानी होगी। चूंकि यह मसला हमारे समाज के बच्चों का है, इसलिए विद्यालयों में ऐसा वातावरण बनाना होगा जिससे बच्चों की अभिरुचि कक्षाओं में बढ़े और उनके सीखने की ललक में इजाफा हो। सभी विद्यालयों में शिक्षक इस दिशा में ठोस पहल करें और बच्चों को भी समय से वर्क बुक हासिल हो।
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जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी विद्यालयों का नियमित निरीक्षण करें और निरीक्षण प्रतिवेदन जिला को भेजें। उन्होंने निर्देश दिया कि जिस प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा शून्य निरीक्षण किया गया है, उनका वेतन अगले आदेश तक स्थगित रखा जाए। सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से पूछा कि उनके निरीक्षण के क्रम में कितने विद्यालयों में शिक्षक अनधिकृत रूप से गायब पाए गए। उन्होंने इस शिकायत पर कि वर्तमान में कुछ विद्यालयों में प्रधानाध्यापक द्वारा भवन निर्माण की राशि का उठाव कर निर्माण कार्य अधूरा रखा गया है, उन्होंने निर्देश दिया कि ऐसे सभी प्रधानाध्यापक पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाए और इसकी सूचना जिला को प्रेषित की जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि वे स्वयं विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे और एमडीएम बंद पाए जाने पर विद्यालय प्रधान के साथ-साथ प्रखंड के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पर भी कार्रवाई करेंगे। सभी विद्यालयों में एमडीएम गुणवत्तापूर्ण और सुचारू रूप से चलना चाहिए।
उन्होंने मरम्मत के लिए जिले के जर्जर विद्यालयों की सूची अविलंब जिला को प्रेषित करने का निर्देश दिया।
बैठक में डीईओ दिनेश कुमार चौधरी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार, एडीपीसी सतीश कुमार, एससीईआरटी के प्रशिक्षक कमल नाथ झा सहित शिक्षा विभाग के पदाधिकारी और प्रखंडों के बीईओ उपस्थित थे।
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