राघोपुर में मंडराने लगा खतरा, गंगा नदी का पानी निचले इलाके के गांव और खेतों में फैला

राघोपुर में मंडराने लगा खतरा, गंगा नदी का पानी निचले इलाके के गांव और खेतों में फैला

रविकांत सिंह, राघोपुर (वैशाली) : गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से राघोपुर में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। प्रखंड के निचले इलाके वाले ढ़ाब पानी से भर गए गए हैं। गंगा का पानी धीरे-धीरे गांव और खेतों में फैल गया। शिवनगर चौक से लंका टोला जाने वाली सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ गया। वहीं कच्ची दरगाह-बिदुपुर निर्माणाधीन सिक्स लेन पुल के पाया 24, 25, 27 एवं 29 आदि के पास पानी भर गया है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि और पानी के फैलाव से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। कई छोटे-छोटे ढाब में पानी भर जाने के कारण आवागमन में कठिनाई हो रही है। जान जोखिम में डालकर स्थानीय लोग सड़क एवं ढाब पार कर रहे हैं। हाल यह है कि तमाम तैयारी के दावों के बीच यहां प्रशासनिक स्तर पर कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। निचले इलाके में लोगों के सुरक्षित आने-जाने के लिए नाव तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। यहां रामपुर श्यामचंद पंचायत के भट्टी पर वार्ड एक के निकट ढाब में पानी भर जाने के कारण लोग केला के थम एवं ट्यूब नाव का सहारा लेकर पानी आर-पार कर रहे हैं। प्रतिदिन सौ से डेढ़ सौ लोग पशु चारा एवं अन्य कार्यों के लिए जान जोखिम में डालकर ढाब पार करते हैं। फिलहाल राघोपुर अंचल कार्यालय के स्तर से कोई छोटी-बड़ी नाव की व्यवस्था नहीं की गई है। राजद तकनीकी प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष राजाराम राय ने राघोपुर सीओ से बाढ़ग्रस्त निचले इलाकों में जरूरत के अनुरूप नाव उपलब्ध कराने की मांग की है। लोगों का कहना है कि प्रखंड के कई छोटे-छोटे ढाब में पानी भरने के कारण पशुपालक एवं कृषि से जुड़े लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। प्रखंड के शिवनगर लंका टोला से विश्राम टोला जाने वाली मुख्य सड़क समेत कई ग्रामीण सड़कों पर पानी आ जाने के कारण आवागमन में दिक्कत हो रही है। बाढ़ की आशंका को देख राघोपुर प्रखंड वासी काफी भयभीत राघोपुर दियारे में बसे करीब तीन लाख लोगों की बेचैनी बढ़ गई है। गंगा किनारे बसे गांव के लोगों की धड़कने बढ़ गई है। बाढ़ की आशंका देख लो अभी से लोगों ऊंचे स्थल चिन्हित कर जाने की तैयारी कर रहे हैं। वर्ष 2016 के बाढ़ में तबाही का मंजर देख चुके लोगों की बेचैनी बढ़ी है। तब बाढ़ की तबाही से कई लोगों का आशियाना उजड़ गया था। पानी में डूबने से कई लोगों की जान चली गई थी। प्रखंड के फतेहपुर नैकिपारी, रूस्तमपुर पंचायत के जमालपुर, हेमतपुर, चकसिंगार पंचायत के रामपुर बरारी, शिवनगर लंका टोला सहित कई निचले इलाके वाले ढाब में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। वहीं कच्ची दरगाह-बिदुपुर निर्माणाधीन सिक्सलेन पुल के आसपास रोड के दोनों तरफ पानी भर चुका है। प्रखंड के नैकीपारी, हैवतपुर, परोहा, जफराबाद, जहांगीरपुर, सरायपुर, तेरसिया, हेम्मतपुर, चक सिगार, बहरामपुर, वीरपुर समेत निचले इलाके में बसे लोगों की चिता बढ़ गई है। लोग अभी से पशु एवं अपने लिए ऊंचे स्थान पर शरण लेने के लिए जगह चयनित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री देने वाले राघोपुर का हाल दयनीय राघोपुर से विधायक रहे लालू प्रसाद यादव एवं राबड़ी देवी मुख्यमंत्री रहे हैं। तेजस्वी यादव वर्तमान में डिप्टी सीएम हैं। बावजूद राघोपुर का विकास नहीं हो पाया। बाढ़ हो या सुखाड़ लोग अपने हाल पर जीने को मजबूर हैं। फिलहाल प्रखंड के आधा दर्जन निचले इलाके वाले ढाब में बाढ़ का पानी भर चुका है। कई सड़कें बाढ़ के पानी से डूब चुकी है। ना तो स्थानीय जनप्रतिनिधि संज्ञान ले रहा है और ना ही जिला प्रशासन एवं सरकार को यहां के लोगों की चिता है। वहीं बीडीओ ललन चौधरी का कहना है कि प्रखंड हो रहे गंगा नदी के कटाव और जलस्तर में वृद्धि की सूचना जिला प्रशासन और विभागीय अभियंता को दी गई है। वहीं संभावित बाढ़ को लेकर शरण स्थल का चयन समेत सभी प्रकार की तैयारी कर ली गई है।

अन्य समाचार