भादो में भी सूखी है नहर, किसानों पर मौसम का कहर

भादो में भी सूखी है नहर, किसानों पर मौसम का कहर

संस, बरबीघा: बरबीघा एवं स्थानीय आसपास के इलाके को धान के कटोरा का इलाका माना जाता है, परंतु इस इलाके में धान की खेती काफी प्रभावित हुई है। वर्षा नहीं होने की वजह से ऐसा हुआ है। सरकारी आंकड़े में 50 प्रतिशत धान की रोपनी का दावा किया गया है, परंतु स्थानीय किसान 25 से 30 प्रतिशत से अधिक धान की रोपनी नहीं होने का दावा करते हैं। उधर, नवादा के वारिसलीगंज के पास पौरा से चलकर आने वाली नहर में एक बूंद पानी नहीं होना धान की खेती के प्रभावित किया है। स्थानीय किसान मालदह गांव निवासी अमरकांत सिंह, खोजागाछी निवासी चुनचुन सिंह आदि ने बताया कि नहर में पानी नहीं है। बगैर नहर के पानी का बेहतर धान की खेती नहीं हो सकती। – बरबीघा में चालू नहीं हुआ नलकूप सूखे की मार झेल रहे किसानों के लिए नलकूप का चालू नहीं होना दोहरी मार है। बरबीघा में नलकूप ज्यादातर खराब है। सरकारी नलकूप के खराब होने से गरीब किसानों का खेती प्रभावित हुआ है। अपनी बोरिंग नहीं रहने से दूसरे के बोरिंग से धान के खेत का पटवन करना काफी महंगा साबित हो रहा है। इस वजह से कई किसानों ने खेती छोड़ दी।
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