सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत पीएचसी हरनाटांड़ में जांच शिविर का आयोजन

सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत पीएचसी हरनाटांड़ में जांच शिविर का आयोजन

बगहा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरनाटांड़ में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सोमवार इस माह में दूसरी बार जांच शिविर का आयोजन किया गया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संदीप कुमार राय के नेतृत्व में आयोजित उक्त जांच शिविर में 55 गर्भवतियों की जांच की गई। उक्त जांच शिविर का मुख्य उद्देश्य है कि गर्भवतियों को विशेष जांच सेवा व उचित परामर्श प्रदान किया जा सके। इस दौरान डॉ. इरशाद आलम, डॉ. राजेन्द्र काजी व डॉ. अतुल कुमार शामिल रहें। इस मौके पर लैब टेक्नीशियन देवेन्द्र सिंह व सुधीर कुमार यादव ने गर्भवतियों का हीमोग्लोबिन, ब्लड शुगर, एचआईवी, कोविड सहित अन्य कई जांच की। जबकि सीएचओ गौरीशंकर योगी, बजरंग सिंह, जीएनएम नंदकिशोर सैनी, कृष्ण कुमार गोयल, एएनएम नूतन कुमारी, अंजू डेविड, रजनी कुमारी व कविता कुमारी ने सभी गर्भवतियों की बारी बारी से बीपी के साथ वजन की जांच की। जिसके बाद चिकित्सकों ने दवा लिखकर आवश्यक सलाह दिए। चिकित्सकों ने बताया कि जच्चा बच्चा के सुरक्षा के लिए गर्भावस्था के दौरान प्रसव पूर्व जांच कराना आवश्यक है। गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अत्यधिक या कम वजन एवं अत्यधिक खून की कमी प्रसव संबंधित जटिलता को बढ़ा सकता है। इस दिशा में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान प्रभावी रूप से सुदूर गांवों में रहने वाली महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है एवं इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में भी अंकुश लगाने में सफलता मिल रही है।

संस्थागत प्रसव के लिए लाभुकों को करें जागरूक
हरनाटांड़। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरनाटांड़ में सोमवार को आशा की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संदीप कुमार राय ने की। मौके पर आशा के बीच किट का वितरण किया गया। इसमें बच्चों के वजन जांचने के लिए हैंडलिंग वेट मशीन, थर्मामीटर, घड़ी और कंगारू मदर केयर की जागरूकता के लिए कंबल व चम्मच आदि शामिल था। मौके पर पीएचसी प्रभारी ने इसके उपयोग के बारे में आशा को जानकारी दी। साथ ही आशा को अपने क्षेत्र में ससमय सर्वे कर ड्यू लिस्ट अपडेट करने का दिशा निर्देश दिया गया। कहा कि क्षेत्र में सभी लाभुकों को नियमित टीकाकरण का लाभ दिलवाएं। शत प्रतिशत टीकाकरण जरूरी है जबकि सभी आशा को संस्थागत प्रसव के लिए निर्देशित किया गया। पीएचसी प्रभारी ने कहा कि सभी गर्भवतियों को प्रसव के लिए सरकारी संस्थान में ही ले जाने के लिए प्रेरित करें। संस्थागत प्रसव के फायदों के बारे में उन्हें जानकारी दें ताकि वे उसका लाभ उठा सकें। साथ ही 102 एंबुलेंस का भी लाभ दिलवाएं। यह एक मुफ्त सेवा है। सभी प्रसुताओं को एंबुलेंस से ही संस्थान तक पहुंचवाने में मदद करें। वहीं दूसरी ओर प्रखंड लेखापाल संजीव कुमार ने आशा को निर्देश दिया कि प्रसव के लिए आने वाली प्रसूता के आवश्यक कागजात को ससमय कार्यालय में जमा कराएं ताकि उनके प्रोत्साहन राशि को यथाशीघ्र उनके खाते में भेजा जा सके। उसके अलावे प्रसव के 21 दिनों के अंदर लाभुकों को उनके शिशु का जन्म प्रमाणपत्र दिलवाने के हर संभव प्रयास करें। इस मौके पर चिकित्सक डॉ. राजेंद्र काजी, बीसीएम अनिल कुमार, अरुण कुमार व दर्जनों आशा मौजूद रहीं।

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