राघोपुर में गंगा का जलस्तर स्थिर होने पर लोगों ने ली राहत की सांस

राघोपुर में गंगा का जलस्तर स्थिर होने पर लोगों ने ली राहत की सांस

संवाद सूत्र, राघोपुर (वैशाली) : गंगा से घिरे राघोपुर प्रखंड क्षेत्र में जलस्तर मंगलवार की सुबह से स्थिर होने के साथ ही लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि अभी प्रखंड में बाढ़ का खतरा से इंकार नहीं किया जा सकता है। मंगलवार की सुबह से गंगा नदी का जलस्तर स्थिर है। गंगा नदी में पानी लबालब भरा हुआ है। प्रखंड के निचले इलाके वाले ढ़ाब एवं खेत में पानी भर गए हैं। सैकड़ों एकड़ में लगी मकई एवं धान आदि की फसल डूब गई है। यहां रामपुर श्यामचंद भट्ठी पर ढाब में पानी भर गया। शिवनगर चौक से लंका टोला जाने वाली सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ हुआ है। वहीं कच्ची दरगाह-बिदुपुर निर्माणाधीन सिक्स लेन पुल के पाया 24, 25, 27 एवं 29 आदि के पास पानी भर गया है। कई छोटे-छोटे ढाब में पानी भर जाने के कारण आवागमन में कठिनाई हो रही है। जान जोखिम में डालकर स्थानीय लोग सड़क एवं ढाब पार कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि प्रखंड के कई छोटे-छोटे ढाब में पानी भरने के कारण पशुपालक एवं कृषि से जुड़े लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। प्रखंड के शिवनगर लंका टोला से विश्राम टोला जाने वाली मुख्य सड़क समेत कई ग्रामीण सड़कों पर पानी आ जाने के कारण आवागमन में दिक्कत हो रही है। प्रखंड क्षेत्र के फतेहपुर पंचायत के नैकिपारी, रुस्तमपुर पंचायत के जमालपुर, हेमतपुर, चकसिंगार पंचायत के रामपुर बरारी, शिवनगर लंका टोला सहित कई निचले इलाके वाले ढाब में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। वहीं कच्ची दरगाह-बिदुपुर निर्माणाधीन सिक्सलेन पुल के आसपास रोड के दोनों तरफ पानी भर चुका है। प्रखंड के नैकीपारी, हैवतपुर, परोहा, जफराबाद, जहांगीरपुर, सरायपुर, तेरसिया, हेम्मतपुर, चक सिगार, बहरामपुर, वीरपुर समेत निचले इलाके में बसे लोगों की चिता बढ़ गई है। लोग अभी से पशु एवं अपने लिए ऊंचे स्थान पर शरण लेने के लिए जगह चयनित कर रहे हैं। इधर, जिला प्रशासन के निर्देश के आलोक में स्थानीय प्रशासनिक टीम लगातार हालात पर नजर रखे हुए है।

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