मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत जिले के तीन बच्चों का होगा निःशुल्क आपरेशन

मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत जिले के तीन बच्चों का होगा निःशुल्क आपरेशन

: स्वस्थ समाज का लोगो लगा लेंगे जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 में शामिल ‘‘सबके लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा’’ अन्तर्गत हृदय में छेद के साथ जन्में बच्चों के निःशुल्क उपचार की व्यवस्था के लिए स्वीकृत योजना ‘‘बाल हृदय योजना’’ संचालित है। इस कार्यक्रम के तहत ह्रदय में छेद से ग्रसित बच्चों का निःशुल्क उपचार कराया जाता है। सरकार द्वारा जन्म से हृदय में छेद वाले बच्चों के समुचित इलाज के लिए प्रशान्ति मेडिकल सर्विसेज एंड रिसर्च फाउण्डेशन को चिह्नित किया गया एवं 13 फरवरी, 2021 को इसके साथ सरकार ने एमयू हस्ताक्षरित किया। समझौते के तहत प्रशान्ति मेडिकल सर्विसेज एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन के अहमदाबाद स्थित अस्पताल में जन्म से दिल में छेद वाले बच्चों के इलाज की सहमति बनाई गयी। ---------------------------- नालंदा जिला के तीन बच्चे हुए अहमदाबाद रवाना नालंदा जिले से तीन बच्चे अपने ह्रदय का आपरेशन कराने के लिए अपने अभिभावकों संग अहमदाबाद स्थित सत्य साईं अस्पताल रवाना हुए हैं। सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी एम्बुलेंस से बच्चे अपने अभिभावकों के साथ पटना एअरपोर्ट पहुंचे और फिर वायुयान द्वारा अहमदाबाद के लिए रवाना हुए। विदित हो कि बच्चों एवं उनके अभिभावकों के आवागमन एवं अहमदाबाद में बच्चों के आपरेशन का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करती है। ------------------------ तीन बच्चों के दिलों को मिलेगी नयी धड़कन राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक सत्यरंजन प्रसाद सिंह ने बताया कि वर्तमान बैच में जिले के तीन बच्चे ह्रदय के आपरेशन के लिए अहमदाबाद भेजे गए हैं। इन बच्चों में अस्थावां प्रखंड के संजीव कुमार की डेढ़ वर्षीया पुत्री अनुष्का कुमारी, गिरियक प्रखंड के सुरेश प्रसाद का 6 वर्षीय पुत्र अमन कुमार एवं सिलाव प्रखंड निवासी धुरी पासवान की 14 वर्षीया पुत्री गुड़िया कुमारी शामिल हैं। ----------------------- परिवहन के लिए अब मिलेगी दोगुनी राशि प्रथम दल के इलाज के क्रम में प्राप्त अनुभव के आधार पर छह वर्ष से कम उम्र के बच्चे के साथ उसकी मां के अतिरिक्त एक और परिचर के खर्च का वहन करने का निर्णय राज्य सरकार के द्वारा लिया गया है जो लागू हो गया है। साथ ही राज्य के बाहर के चिह्नित चैरिटेबल ट्रस्ट अस्पताल/ निजी अस्पताल में चिकित्सा के लिए आने जाने के लिए परिवहन भाड़े के रूप में बाल हृदय रोगी के लिए पांच हजार रुपये एवं अटेंडेंट के लिए अधिकतम धन राशि भी पांच हजार रुपये से बढ़ाकर दस हजार रुपये कर दी गई है, जिसका वहन राज्य सरकार करेगी। समन्वय के लिए एक समन्वयक साथ रहेंगे जो इलाज के उपरांत बच्चों के साथ वापस आएंगे। बच्चों का नि:शुल्क उपचार किया जाएगा।

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