शेखपुरा नगर परिषद की लापरवाही के खिलाफ लोगों का फूटा आक्रोश

शेखपुरा नगर परिषद की लापरवाही के खिलाफ लोगों का फूटा आक्रोश

आधा शहर में जलापूर्ति ठप, तसला, बाल्टी लेकर लोगों ने खांड पर किया सड़क जाम कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ जमकर की नारेबाजी सड़क जाम से स्कूली बच्चों को सबसे अधिक परेशानी जागरण संवाददाता, शेखपुरा: पहाड़ी शहर शेखपुरा में लोगों को पानी उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हो रहे नगर परिषद के खिलाफ बुधवार को आखिरकार लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। इस मामले में नगर परिषद के खिलाफ बुधवार को लोगों ने घरों से निकलकर घंटों सड़क जाम किया, जिससे शहर की आंतरिक यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। पानी के लिए पिछले कई दिनों से परेशान आधा दर्जन से अधिक मोहल्लों की 20 हजार से अधिक आबादी में यह आक्रोश पनप रहा था। इसी को लेकर लोगों ने बुधवार को तसला ,बाल्टी लेकर शहर के मुख्य बाजार खांडपर सड़क जाम कर दिया। -- स्कूली बच्चों को सबसे अधिक हुई परेशानी इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। लोगों ने नगर परिषद पर नाकारा होने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी भी की। लोगों के आक्रोश को देखते हुए जाम स्थल पर नगर परिषद का कोई अधिकारी या कर्मी लोगों से बात करने की भी हिम्मत नहीं दिखाई। काफी देर के बाद कार्यपालक पदाधिकारी तथा शेखपुरा के बीडीओ सड़क जाम हटाने पहुंचे, मगर महिलाओं ने पानी सप्लाई होने तक जाम रखने की बात कहकर इन अधिकारियों की एक नहीं सुनी। कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सड़क जाम से स्कूली बच्चों को सबसे अधिक परेशानी झेलनी पड़ी। बीच दोपहर में पीठ पर बस्ता का बोझ लादकर पैदल चलना पड़ा। कार्यपालक पदाधिकारी जनार्दन वर्मा ने बताया कि पंप हाउस के जले मोटरों को ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है। शहर में पानी का एक मात्र साधन सरकारी जलापूर्ति चार किमी लंबी पहाड़ी के दोनों तरफ पूरब से पश्चिम तक बसे शेखपुरा शहर में पानी का एक मात्र साधन सरकारी जलापूर्ति है। सरकार के स्तर से जलापूर्ति के लिए समुचित संसाधन उपलब्ध हैं, मगर जब से यह जिम्मेवारी पीएचइडी से लेकर शहरी निकाय को दिया गया है, शेखपुरा नगर परिषद उस जिम्मेवारी को निभाने में असफल साबित हो रहा है। दल्लु चौक रेलवे क्रासिंग पार के पंप हाउस का मोटर 11 अगस्त को जल गया, तो उसे 16 अगस्त को ठीक किया गया। तीन दिन पानी चलने के बाद 19 अगस्त को दोबारे यही मोटर जल गया, जो बुधवार तक नहीं बन पाया। --- तीन जगहों का मोटर जलने से परेशानी प्रखंड कार्यालय परिसर के जलमीनार का मोटर भी तीन दिन पहले जल गया। बाइपास में सर्किट हाउस के पास के जलमीनार का मोटर भी जल गया। इसकी वजह से लगभग आधे शहर में जलापूर्ति पूरी तरह से ठप हो गया। बड़े हिस्से में एक पखवाड़े में 10 दिनों से अधिक समय से पानी बंद है, मगर नगर परिषद इसे दुरुस्त करने में नाकाम रही है। पदाधिकारी किसी से बात नहीं करते हैं।
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