1800 लोगों की जिंदगी भगवान भरोसे, यहां नहीं कोई स्वास्थ्य केंद्र, गंडक नदी से घिरे हैं पंचायत के सभी गांव

1800 लोगों की जिंदगी भगवान भरोसे, यहां नहीं कोई स्वास्थ्य केंद्र, गंडक नदी से घिरे हैं पंचायत के सभी गांव

बगहा। गंडक दियरा के गर्भ में बसे मानपुर पंचायत के लोगों की जिंदगी भगवान भरोसे है। यहां उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। ज्यादातर लोगों का इलाज झोला छाप चिकित्सकों के सहारे होता है। दवा काम कर गई तो ठीक वर्ना बीमारी बढ़ने का खतरा अधिक रहता है। ऐसी स्थिति में यहां के लोगों को 25 किमी दूर बगहा जाकर इलाज कराना पड़ता है। पंचायत गंडक नदी से घिरा होने के कारण बरसात के दिनों में लोगों का संपर्क बाहरी इलाकों से टूट जाता है। तमाम लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ देते हैं। इस दौरान पीएचसी से स्वास्थ्य कर्मियों की टीम जाती है। तब जाकर लोगों को इलाज मयस्सर हो पाता है। मानपुर पंचायत की आबादी लगभग 1800 है। ग्रामीण नारायण यादव, छट्ठू राम, सुदामा राम, बंशी यादव, आत्मा यादव, शंभू यादव, सुरेश यादव, नंदगोपाल यादव का कहना है कि पंचायत में एक भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने से हमें इलाज कराने के लिए बगहा या बेतिया जाना पड़ता है। बाढ़ के समय खाट के सहारे ही मरीजों को बाहर निकलना पड़ता है। पीएचसी प्रभारी मनोरंजन कुमार का कहना है कि बाढ़ के समय स्वास्थ्य कर्मियों की टीम पंचायत में भेजी जाती है। एएनम की प्रतिनियुक्ति वहां की गई है। वहां नियमित टीकाकरण हो रहा है। मुखिया सरस्वती देवी का कहना है कि पूरे पंचायत में एक भी उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। जिस कारण लोगों को इलाज कराने बगहा जाना पड़ता है। वाल्मीकिनगर के विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह, ने कहा कि पंचायत में उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा जा रहा है। ताकि वहां के लोगों को इलाज कराने में कोई परेशानी न हो। भवन निर्माण होते ही एक डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति कराई जाएगी।
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