अपनी ही जांच रिपोर्ट पर कुंडली मारकर बैठा है सहकारिता विभाग

अपनी ही जांच रिपोर्ट पर कुंडली मारकर बैठा है सहकारिता विभाग

संस, सहरसा: जिले में हर वर्ष धान खरीद में पैक्सों द्वारा गोलमाल किया जाता है। एकतरफ वास्तविक किसानों न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल पाता और दूसरी तरफ फर्जी किसानों व भूमिहीन लोगों के नाम पर हर वर्ष हजारों क्विंटल धान खरीदे जाते हैं। विभागीय अधिकारी भी फर्जीवाड़ा को प्रश्रय देने में पीछे नहीं हैं। जिन पैक्सों में इस तरह की अनियमितता का खुलासा भी हो भी जाता है, तो विभागीय अधिकारी अपनी ही जांच रिपोर्ट पर कुंडली मारकर बैठ जाते हैं। ऐसे में पैक्सों में अनियमितता का क्रम जारी है। सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए किसानों के हिस्से की राशि को लूटकर पैक्स अध्यक्ष, सहायक प्रबंधक व बिचौलिया मालामाल हो रहे हैं।

--------------------
अनियमितता की पुष्टि के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई
----
खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में कई पैक्सों ने लक्ष्य से अधिक धान खरीद लिया। वहीं वीरगांव व घोघेपुर पैक्स में धान खरीद में बड़े पैमाने पर अनियमितता की पुष्टि हुई। यह जांच सहकारिता विभाग के अधिकारियों द्वारा ही किया गया। जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधित पैक्स अध्यक्ष व सहायक प्रबंधक से स्पष्टीकरण भी पूछा गया। बावजूद इसके किसानों के अनुदान मद की राशि लूट करने वाले इन पैक्सों पर विभागीय अधिकारियों की कृपा अबतक बनी हुई है। विभागीय जांच रिपोर्ट के आधार पर अनियमितता के आरोप वीरगांव पैक्स के प्रबंध समिति को निलंबित कर दिया गया, परंतु आरोपियों पर अबतक केस दर्ज नहीं कराई गई है। घोघेपुर पैक्स की जांच के बाद त्रिसदस्यीय कमेटी ने अनियमितता की पुष्टि के बाद विधिसम्मत कार्रवाई की अनुशंसा की। इस आधार पर डीसीओ द्वारा तीन स्पष्टीकरण पूछकर विभाग ने मौन धारण कर लिया है। सहकारिता विभाग द्वारा तो अबतक प्रबंध समिति को निलंबित किया गया और न ही चिह्नित आरोपियों पर केस दर्ज की गई। ऐसे में घोटालेबाजों को बचाने में विभाग पर भी अंगुली उठ रही है। इसकी शिकायत विभागीय मंत्री व वरीय अधिकारियों से भी की गई है।
--------------------
जिन पैक्सों में अनियमितता की पुष्टि हो चुकी है। उसके विरूद्ध विभागीय नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। सोसाइटी अधिनियम नियमावली के विरूद्ध् कार्य करनेवाले किसी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
शिवशंकर कुमार
डीसीओ, सहरसा।

अन्य समाचार