आयुर्वेद कालेज व अस्पताल परिसर में लगेगी संस्थापकों की प्रतिमा

आयुर्वेद कालेज व अस्पताल परिसर में लगेगी संस्थापकों की प्रतिमा

दरभंगा : राजकीय महारानी रमेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान मोहनपुर और राजकीय कामेश्वर सिंह आयुर्वेद अस्पताल कामेश्वरनगर के परिसर में इन संस्थानों के संस्थापकों की प्रतिमाएं लगेंगी। कामेश्वर सिंह आयुर्वेद अस्पताल में गुरुवार को प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में प्राचार्य सह अधीक्षक प्रो. दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि संस्थान का 47 वां स्थापना दिवस 15 तथा 16 सितंबर को मनाया जाएगा। मौके पर भवन के शिलान्यास के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को आमंत्रित किया गया है। इस अवसर पर मोहनपुर कैंपस में संस्थान से जुड़े महान विभूतियों की मूर्तियों की स्थापना की जाएगी। महाराजा कामेश्वर सिंह की भगिनी श्रावणी के नाम पर श्रावणी नक्षत्र वाटिका का उद्घाटन होगा। श्रावणी की मृत्यु अल्प आयु में कुष्ठ रोग से हो गई थी। आयुर्वेद में कुष्ठ चिकित्सा के इलाज में जलौका का प्रयोग किया जाता है। मिथिलांचल में लीच थेरेपी को बढ़ावा देने हेतु जलौका पालन से लेकर विभिन्न रोगों में जलौका प्रयोग पर कार्य करने के लिए अलग से जलौका ईकाई भी शुरू होगी। प्राचार्य ने बताया कि आयुर्वेदिक चिकित्सा में ज्योतिष की भूमिका पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें भारत के विभिन्न राज्यों से आयुर्वेद एवं ज्योतिष के विशेषज्ञ भाग लेंगे। संगोष्ठी के आयोजक सचिव डा. दिनेश कुमार ने बताया इस संगोष्ठी से आयुर्वेद एवं ज्योतिष के आपसी समन्वय पर वैज्ञानिक आधार मिलेगा।


अन्य समाचार