सड़क जाम से मुसीबत में जान, सख्ती के बाद भी नहीं हुआ समाधान

सड़क जाम से मुसीबत में जान, सख्ती के बाद भी नहीं हुआ समाधान

बेतिया। शहर में सड़क जाम नासूर बन गया है। सूर्य चढ़ने के साथ ही जिले के विभिन्न इलाकों से लोग शहर में आना शुरू कर देते हैं। बच्चे स्कूल जाने की तैयारी में लग जाते हैं। जैसे-जैसे समय बीतता है, सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ जाता है, नतीजा सड़के जाम से कराहने लगती है। दिन के 10 बजे के बाद शहर के विभिन्न इलाकों में जाम जैसा नजारा बन जाता। सड़क जाम के कारण कुछ ही दूर आने जाने के लिए लोगों को काफी वक्त लगता है। जाम के कारण कई बार लोगों को आफिस जाने में देर हो जाती, बच्चों की स्कूल छूट जाती है। जाम की वजह से एंबुलेंस को भी बेवजह रुकना पड़ता है। स्कूली बच्चे जाम में फंस बिलबिलाते रहते हैं। लोग एक सड़क पर जाम लगा देख रास्ता बदल दूसरी तरफ से निकलने की कोशिश करते हैं, लेकिन उधर भी जाम होने के कारण प्रशासन को कोस अपना भड़ास निकालते हैं। ---------------------- सड़क जाम के प्रमुख ये इलाके यूं तो शहर के तकरीबन सारे इलाकों में सड़क जाम लगता है। लेकिन छावनी चौक, सोवाबाबू चौक, स्टेशन चौक, समाहरणालय चौक, तीन लालटेन चौक, जनता सिनेमा चौक, मीना बाजार, अस्पताल रोड, हरीवाटिका चौक, बस स्टैंड रोड, नया बाजार, पुरानी गुदरी, उत्तरवारी पोखरा, खुदाबख्श चौक, जंगी मस्जिद रोड, राजगुरू चौक आदि इलाकों में अक्सर लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है। ------------------ अतिक्रमण सबसे बड़ा कारण सड़क जाम का सबसे बड़ा कारण अतिक्रमण माना जाता है। वाहनों के पार्किंग के लिए भी ठोस व्यवस्था नहीं है। लोगों का कहना है कि सड़क किनारे के कई लोग घरों की सीढ़ियां, छज्जे सड़क के जमीन में ही बना लिए हैं। जिस कारण सड़कें संकरी हो गई है। रही सही कसर ठेला वाले, गुमटी वाले और दुकानदार पूरा कर देते हैं। ज्यादातर दुकानदार दुकान के सामानों को सड़क पर ही फैला कर बिक्री करते हैं। जिस कारण सड़क पर जाम लग जाता है। कई बार वाहन चालकों के आगे निकलने की आपाधापी में भी जाम लग जाता है। -------------------------------- जवानों की तैनाती के बाद भी नहीं मिल रही निजात सड़क जाम से निजात के लिए प्रमुख चौक चौराहे पर पुलिस और होमगार्ड जवानों की तैनाती है। इसके लिए शहर में करीब दो दर्जन पोस्ट बनाए गए हैं। यातायात ओपी की पुलिस इस दिशा में लगातार कार्रवाई करती है। लेकिन इस समस्या से लोगों को पूरी तरह निजात नहीं मिल सकी है। ----------------------------------- बोले लोग शहर की सड़क जाम एक बड़ी समस्या है। जाम के कारण सड़क पर निकलना मुश्किल हो गया है। कुछ सौ मीटर जाने में कई बार जाम के कारण आधे आधे घंटे तक का समय लग जाता है। राहुल जायसवाल ------------------------------ सड़क जाम से निजात के लिए प्रशासनिक पहल नाकाफी है। चौक चौराहे पर तैनात होमगार्ड जवानों के कारण कुछ राहत जरूर है, लेकिन इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए प्रशासनिक स्तर से बड़ी पहल करने की जरूरत है। आशीष रजगढ़िया, समाजसेवी -------------------------------- जाम के कारण अब तो शहर में चार पहिया वाहन लेकर निकलना मुश्किल हो गया है। सुबह से शाम तक जाम लगी रहती है। जाम के कारण वाहने रेंगती रहती है। सड़क से अतिक्रमण हटाकर ही इस समस्या से मुक्ति पाई जा सकती हैं। रवि कुमार ----------------------------- सड़क जाम के स्थाई निराकरण के लिए ठोस रणनीति बनानी होगी। इस पर अमल भी करना होगा। सड़कों से अतिक्रमण हटा और कुछ सड़कों को वनवे कर इस पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। मनोज केसान, समाजसेवी --------------------------- कोट -- सड़क जाम पर कंट्रोल के लिए प्रमुख जगहों पर जवानों की तैनाती की गई है। जहां से भी जाम की सूचना मिलती है स्वयं पहुंच इस पर कार्रवाई करता हूं। कोशिश रहती है कि सड़क जाम की समस्या से लोगों को परेशानी नहीं हो। संजय कुमार मिश्र, यातायात प्रभारी, बेतिया।

अन्य समाचार