आनंद मोहन की पैरोल खत्म, जेल जाते समय बोले- मेरे पास प्रेम की ताकत और...



संवाद सूत्र, सहरसा: गोपालगंज के जिलाधिकारी जी कृष्णैया हत्याकांड में आजीवन सजा काट रहे पूर्व सांसद आनंद मोहन 15 दिनों की पैरोल के बाद रविवार को सहरसा मंडल कारा वापस आ गए। उन्हें एकलौती पुत्री सुरभि आनंद की सगाई के लिए पैरोल की सुविधा मिली थी। 15 वर्षों के बाद पत्नी और बच्चों के साथ एक पखवाड़े का समय व्यतीत करने के बाद जेल में उनकी वापसी को लेकर स्वजन व शुभचिंतक काफी भावुक नजर आ रहे थे। उन्हें जेल तक वापस छोड़ने के लिए बड़ी संख्या में समर्थक भी पहुंचे थे। हालांकि, परिवार के कोई सदस्य जेल गेट नहीं आए थे।

पूर्व सांसद आनंद मोहन ने अपने अंदाज में सबों को चिंता नहीं करने का आग्रह कर जेल पर से विदा किया। पूर्व सांसद ने सात नवंबर को बेटी के सगाई में भाग लिया। उसके 15 वर्ष बाद पहली बार नौ नवंबर को पत्नी पूर्व सांसद लवली आनंद के जन्म दिन पर और पैरोल से वापस होने के ठीक पहले शनिवार की देर रात पटना स्थित आवास पर ज्येष्ठ पुत्र शिवहर विधायक चेतन आनंद के जन्मदिन पर अपने हाथ से केक खिलाया। 15 वर्षों के बाद लगातार तीन पारिवारिक खुशियों के समारोह में उनकी भागीदारी रही।

जेल वापस जाने के पहले पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि 15 दिनों तक परिवार के बीच रहने, दोस्तों, शुभचितकों से हुई मुलाकात के कारण काफी सुकून महसूस किया। कहा कि झूठे मामले में फंसने के बाद भी न्यायपालिका से मिले आदेश का सम्मान करते हुए वे अपना जेल जीवन व्यतीत कर रहे हैं। आज भी उन्हें न्यायपालिका का काफी भरोसा है। उन्होंने पैरोल के बीते 15 दिनों में मिले स्नेह के लिए अपने सभी सहयोगियों- शुभिचिंतकों के प्रति आभार जताया है। कहा कि लोगों का प्रेम ही मेरी ताकत है और इसी के बल पर आनंद मोहन है। मौके पर नीरज गुप्ता, अजय कुमार बबलू, इंदूभूषण सिंह, सुनील सिंह, नारायण यादव, मदनजीत सिंह, रोहिन दास, सोनू सिंह, प्रफुल्ल कुमार, संतोष सिंह, मुकुल भारती, धीरेंद्र कुंवर, पवन रजक, वीरू सिंह, ललन झा, डिग्री सिंह, अरविंद सिंह, गौरी झा ,दीपू झा, अनिल सिंह आदि मौजूद थे।

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