सीतामढ़ी में ट्रक ड्राइवर व खलासी के प्रेमजाल में फंसी दो बच्चों की मां, अब हाईवोल्टेज ड्रामा



सीतामढ़ी, संवाद सूत्र। शादीशुदा और दो बच्चों की मां को अपने झांसे में लेकर ट्रक ड्राइवर व खलासी ने मिलकर उसके साथ दो माह से अधिक समय तक दुष्कर्म किया। इस दौरान अश्लील वीडियो बना लिया और उसको ब्लैकमेल करने लगे। शादी का दबाव बनाने पर महिला को मारपीटकर बीच सड़क पर फेंक दिया। रात्रि गश्ती दल ने महिला को सीतामढ़ी शहर के राजोपट्टी इलाके से उठाकर सदर अस्पताल में भर्ती कराया। महिला ने इस मामले में दोनों आरोपियों के विरूद्ध पुलिस में लिखित शिकायत की है। मेहसौल ओपी प्रभारी गौरीशंकर बैठा का कहना है कि महिला की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन की जा रही है। महिला बाजपट्टी थाना क्षेत्र की रहने वाली है, जबकि आरोपियों में एक संतोष साह उसकी ससुराल परसौनी थाना क्षेत्र का है और रिश्ते में देवर भी लगता है तथा ट्रक ड्राइवर है। दूसरा आरोपी राजोपट्टी का रहने वाला है तथा वह संतोष के साथ उस ट्रक पर खलासीगीरी करता है। उसका नाम गोलू साह है। दोनों अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।

महिला ने मेहसौल ओपी को दिए आवेदन में कहा है कि 2016 में उसकी शादी परसौनी में हुई थी। शादी के बाद दो बच्चे भी हुए। जिनमें एक की उम्र साल भर तो दूसरे की उम्र चार साल है। ससुराल के गांव परसैनी में ही रिश्ते में देवर लगने वाला संतोष साह से फोन पर बात होने लगी। इसी क्रम में संतोष के ट्रक का खलासी गोलू से भी बात होने लगी। संतोष प्रलोभन देने लगा कि तुम मुझसे शादी कर लो मैं तुमको तुम्हारे पति से भी ज्यादा खुश रखूंगा। गांव से उठाकर सीतामढ़ी शहर में रखूंगा। मैं उसके बहकावे में आ गई। सितंबर 2022 में अपने मायके गई थी उसी समय बहला-फुसलाकर वह मुझको सीतामढ़ी ले आया।
Sitamarhi News: नेपाल में मतदान को लेकर सीमा पर कड़ी सुरक्षा, चुनाव परिणाम पर भारत की नजर यह भी पढ़ें
सीतामढ़ी में राजोपट्टी में एक कमरे में संतोष साह एवं गोलू साह रख दिए। दोनों मुझसे हर रोज शारीरिक संबंध बनाते थे। जब मैं मना करती तो बोलते कि तुम्हारा वीडियो बना लिए हैं। तुम विरोध करोगी तो वायरल कर देंगे। इसी तरह एक माह तक दोनों दुष्कर्म करते रहे। 10 नवंबर को रात में शारीरिक संबंध बनाने से इनकार कर रही थी तो मेरे साथ मारपीट की और जेवर-गले की चेन, अंगूठी, कान की बाली सभी छीन ली तथा मारपीट कर राजोपट्टी में फेंक दिया। रात्रि गश्ती पुलिस उठाकर सदर अस्पताल में भर्ती कराई। जब होश में आई तो अस्पताल में थी। किसी तरह मेरी मां को जानकारी हुई तो अस्पताल से ले गई। जब मैं ठीक हुई हूं तो आवेदन देने थाने आई।

अन्य समाचार