Inside Story from Munger : DIG रहते हुए मु. शफीउल हक पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, पुलिस अफसरों से भी उगाही



जागरण संवाददाता, मुंगेर। Inside Story from Munger : भ्रष्टाचार मामले में निलंबित मुंगेर के तत्कालीन डीआइजी मु. शफीउल हक का कार्यकाल मुंगेर प्रक्षेत्र में बहुत कम माह रहा था। लगभग छह माह तक मु. शफीउल हक डीआइजी रहे थे। इस बीच उनपर भ्रष्टाचार का आरोप लगा। पटना से आर्थिक अपराध इकाई की टीम मामले की जांच करने पहुंची थी। मामला सही पाए जाने पर आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने जांच रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंपा था। इस रिपोर्ट के आधार पर उन्हें निलंबित किया गया था। तत्कालीन डीआइजी मु. शफीउल हक का निलंबन अवधि का विस्तार चौथी बार हुआ है। सरकार की ओर से निलंबन की अवधि फिर से 180 दिन बढ़ा दी गई है। अब वह 24 मई 2023 तक निलंबित रहेंगे।


मु. शफीउल हक पर मुंगेर में डीआइजी रहते हुए बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा था। इनपर पुलिस अफसरों का आर्थिक तौर पर दोहन करने का भी मामला आया था। अवैध तरीके से पैसे की बात का पर्दाफाश हुआ था। डीआइजी के इस गलत काम में एएसआइ मु. उमरान और एक निजी मदद करता था। मु. हक दोनों के जरिए मुंगेर में अच्छी कमाई की थी। इन मामलों में वर्ष 2021 में ही गृह विभाग ने आर्थिक अपराध इकाई के जरिए जांच कराई थी। जांच में मु. शफीउल हक पर लगे आरोप सही पाए गए थे। जांच में मिले ठोस सबूतों के आधार पर ही एक दिसंबर 2021 को सरकार ने निलंबित कर दिया। पहले निलबंन की अवधि 29 जनवरी 2022 तक की गई थी। दूसरी बार बढ़ाकर 29 मई कर दिया गया। फिर मु. शफीलउल की निलबंन अवधि 25 नवंबर 2022 तक कर दिया गया। अब एक बार फिर से सरकार ने 24 मई 2023 तक निलंबन अवधि का किया है।

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