पीएचडी एडमिशन टेस्ट: बीएन मंडल विवि में नहीं थम रहा आपसी विवाद, रिक्तियों की संख्या है- 342



संवाद सूत्र, सिंहेश्वर (मधेपुरा): बीएन मंडल विवि में पीएचडी एडमिशन टेस्ट को लेकर आपसी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। वाम छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआई) के बीएनएमयू प्रभारी सारंग तनय ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा पीएचडी एडमिशन टेस्ट (पैट-21) के लिए कुल 342 रिक्तियों पर आवेदन आमंत्रित किया गया है।
विवि में 10 नवंबर से ही यूआईएमएस पोर्टेल के माध्यम से आनलाइन अप्लाई शुरू होना था। यूआईएमएस की शिथिलता के कारण 12 नवंबर के दोपहर के बाद से आनलाइन आवेदन शुरू हुआ। कुछ दिन पूर्व स्टूडेंट्स के डिमांड पर संस्कृत विषय में 8 सीट देने के लिए कुलपति एवं डीएसडब्लू आफिस से आदेश भी दिया गया, लेकिन अभी तक नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ और स्टूडेंट्स इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कुलपति डा. आरकेपी रमण से मांग किया कि छात्र हित में संस्कृत विषय की रिक्ति को शामिल करते हुए एक सप्ताह पैट-21 का आनलाइन अप्लाई डेट बढ़ाया जाए।

संवाद सूत्र, सिंहेश्वर (मधेपुरा): बीएनएमयू में एनएसएस के रीजनल डायरेक्टर पीयूष परांजपे के पत्र से विवाद बढ़ गया है। वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने एनएसएस विवाद पर अविलंब कुलपति के हस्तक्षेप की मांग की है। कुलपति को लिखे पत्र में राठौर ने कहा है कि अक्टूबर में रीजनल डायरेक्टर द्वारा भेजे पत्र पर कार्रवाई नहीं हुई। इसके एक महीने बाद नवम्बर में पत्र भेज कारवाई की बात कही। इस पत्र के सामने आने पर एनएसएस से जुड़े कई सवाल खड़े होने लगे हैं। एक ओर कुलपति द्वारा मामले की जानकारी नहीं होने का बयान आश्चर्यजनक है । वहीं रीजनल डायरेक्टर का अति महत्वपूर्ण पत्र कुलसचिव कार्यालय से सौ मीटर की दूरी पर स्थित कुलपति कार्यालय तक की दूरी नहीं तय कर पाया।

बीएनएमयू के सिंडिकेट सदस्य सह एचएस कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य डा रामनरेश सिंह को राजीव गांधी विश्वविद्यालय ईटानगर अरूणाचल प्रदेश के कार्यकारी परिषद का सदस्य बनाया गया है। भारत के राष्ट्रपति सह विश्वविद्यालय के कुलाध्यक्ष द्रोपदी मुर्मू ने उन्हें तीन साल के लिए सदस्य मनोनीत किया है। राजीव गांधी विश्वविद्यालय अरुणाचल प्रदेश के कुलसचिव ने अधिसूचना जारी कर यह जानकारी दी।

इस विश्वविद्यालय के कार्यकारी परिषद के सदस्य के रूप में पूरे देश से पांच लोगों को मनोनीत किया गया है। जिसमें एक नाम डा रामनरेश सिंह का भी है। डा सिंह बीएनएमयू के सिंडिकेट सदस्य, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के फर्स्ट कोर्ट के सदस्य के अलावे भारत सरकार के कई संस्थानों में सदस्य हैं। डा रामनरेश सिंह को राष्ट्रपति द्वारा राजीव गांधी विश्वविद्यालय अरुणाचल प्रदेश के कार्यकारी परिषद के सदस्य बनाए जाने पर शिक्षाविदों में खुशी व्याप्त है।

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