महज 20 रुपये में अनमोल जिंदगी का सौदा! सस्ते दाम पर ताबड़तोड़ बेची गई शराब, 31 मौत के बाद 40 तस्कर गिरफ्तार



छपरा, जागरण संवाददाता। जहरीली शराब पीने से बुधवार की देर रात तक 31 लोगों की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। शासन अभी से शराब तस्करों की धर-पकड़ में जुट गया है। मेन सप्लायर पिता-पुत्र समेत 40 लोग पकड़े गए हैं। सरकार भी देर-सबेर जवाबदेह अफसरों पर कार्रवाई करेगी। परंतु मौत की नींद सुला देने वाली शराब की खेप बनाई कहां गई, इसे भेजा किसने और कैसे तथा इसे लोगों तक सुलभ किसने किया और पी किन क्षेत्रों में गई, यह सवाल हर संवेदनशील व्यक्ति के मन में कौंध रहा है, जो इन असमय मौतों से स्तब्ध है।

मरने वालों के स्वजन स्पष्ट कह रहे हैं कि उन लोगों ने कहां शराब पी और किसने पिलाई। इनके उपलब्ध वीडियो में दिए बयानों को आधार मानें तो सारण के जदु मोड़, बहरौली, मशरक तख्त, डोइला, हनुमानगंज की चार किमी परिधि में शराब खुलेआम बिकती है, सोमवार की शाम से लेकर मंगलवार तक जिन लोगों ने इस क्षेत्र में पाउच में सप्लाई की गई देसी शराब पी, उनकी हालत बिगड़ती गई और इनमें से 22 लोगों ने दम तोड़ दिया।

इसी तरह अमनौर व मढ़ौरा की तीन किमी परिधि में भी बीती दो शाम पाउच वाली देसी शराब जिसने भी पी, उसे कुछ घंटों पर उल्टी होने लगी, पेट व शरीर में तेज दर्द उठा, आंखों से कम दिखने लगा और अंतत: नौ लोगों की मौत हो गई। अभी भी तीन दर्जन से अधिक लोग छपरा सदर अस्पताल समेत छपरा व पटना के निजी अस्पतालों में इलाजरत हैं। मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है।
बताया यह भी जा रहा है कि देसी शराब के पाउच बीते दो दिन सस्ते में यानी 20 रुपये में बेचे जा रहे थे, इस कारण लोगों ने ताबड़तोड़ खरीदे और इस तरह तड़पकर जान देनी पड़ गई। इस कारण किसी साजिश से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। एसपी ने कहा कि पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है। डीएम राजेश मीणा व एसपी संतोष कुमार ने संयुक्त विज्ञप्ति जारी कर स्वीकार किया है कि सारण जिले के इसुआपुर के डोईला, मशरक के यादोपुर, मढ़ौरा के हसनपुर एवं अमनौर हुसेपुर में संदिग्ध परिस्थिति में जहरीले पदार्थ से लोगों की मौत हुई है।

इन गांवों में बीमार पड़े लोगों की तलाश के लिए मेडिकल टीम घर-घर जाकर सर्वे करेगी। ताकि उनका बेहतर उपचार कर जीवनरक्षा की जा सके। सारण में जहरीली शराब से मौत की घटना के बाद शराब बेचने एवं पीने वालों की धड़पकड़ व आवश्यक कार्रवाई के लिए पुलिस प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं। जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि सोनपुर के एसडीपीओ एएसपी अंजनी कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई है। इसके साथ ही एसआइटी एवं एएलटीएफ को भी इसमें लगाया गया है।

उत्पाद विभाग के मढौरा अनुमंडल सहित छपरा सदर एवं सोनपुर की टीम को भी इस अभियान में जोड़ा गया है। अभी तक पूरे जिले में अभियान चलाकर 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस कांड में शामिल तीन लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने इसुआपुर के डोईला गांव से हरिराम महतो और उनके पुत्र सूरज महतो को गिरफ्तार किया है। बताया गया कि इनके द्वारा भेजी गई शराब पीने के बाद लोगों की मौत हुई । इसके अलावा घर घर सर्वे किया जा रहा है।

माइकिंग कर लोगों को बीमार लोगों की सूचना छुपाने के बजाय इलाज के लिए बाहर आने व पुलिस को सूचित करने के लिए जागरुक किया जा रहा है। एसपी ने बताया कि प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लिया और छापेमारी शुरू कर दी है। सदर अस्पताल में सुबह होने से पहले ही शव पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर पहुंचने लगा। लोग पोस्टमार्टम के लिए डाक्टर एवं कर्मी के आने का इंतजार करने लगे। सुबह नौ बजे पोस्टमार्टम कक्ष खुलते ही एक साथ पहुंचे तीन एंबुलेंस से शव उतारा गया। शव देखते ही स्वजन रोने लगे। लोगों की भीड़ पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर दिन भर लगी रही।

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