Chhapra: स्पिरिट के नाम पर जानलेवा केमिकल से बन रही शराब, अवैध कारोबारी भी नहीं जानते इथेनाल-मिथेनाल में अंतर



छपरा, राजीव रंजन। सारण जिले के चार प्रखंडों में जहरीली शराब पीने से 50 से अधिक मौत के बाद सरकारी स्तर पर जांच में मशरक थाने में जब्त स्पिरिट के चोरी छिपे इस्तेमाल की आशंका जताई गई है। कोर्ट में साक्ष्य के तौर पर प्रस्तुत करने को रखी गई इस खेप की अब तक प्रयोगशाला में जांच ही नहीं कराई गई है, ताकि इसकी प्रकृति व प्रभाव का पता चल सके। दैनिक जागरण ने केमिस्ट्री के शिक्षकों से बात की तो पता चला कि शराब तस्करी और निर्माण में लगे अपराधियों ने जानकारी के अभाव में अनमोल जिंदगियां छीन लीं।

दरअसल, अपराधियों को पता ही नहीं होता की वे शराब के बेस के तौर पर स्पिरिट के नाम पर जिस केमिकल का प्रयोग कर रहे हैं, वह इथेनाल है या मिथेनाल? कोई भी सामान्य व्यक्ति इथेनाल और मिथेनाल को देख या सूंघ कर अंतर नहीं कर सकता। दोनों के रंग एवं महक लगभग एक ही होते हैं। इस कारण अंतर कर पाना बहुत मुश्किल है। मिथेनाल बहुत ही जहरीला होता है। आशंका है कि थाने में स्पिरिट समझ कर जब्त किया गया केमिकल मिथेनाल है।
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अब तक जहां भी शराब बनाने में मिथेनाल का इस्तेमाल हुआ है, वहां इसी तरह दर्जनों मौतें हुई हैं। जिस क्षेत्र में स्पिरिट से शराब बनाई जाती है, वहां पर ऐसे हादसे सबसे अधिक हो रहे हैं। यह सिर्फ इसलिए हो रहा है कि हम अज्ञानतावश इथेनाल की जगह मिथेनाल का शराब के तौर पर सेवन कर रहे हैं।
इस संबंध में एक विशेषज्ञ ने अपना नाम न प्रकाशित करने के संबंध में बताया कि दोनों में कोई अंतर नहीं होता है। कंपनी से स्पिरिट निकल कर जब टैंकर गंतव्य स्थान के लिए रवाना होता है तो उसके कागज पर ही एथेनाल या मिथेनाल का मेंशन नहीं होता है। उस पर सिर्फ ज्वलनशील पदार्थ लिखा होता है। केवल कंपनी को पता होता है कि वह क्या भेज रहा है और कहां भेज रहा है। कई बार ऐसा देखा जाता है कि टैंकर चालक बीच रास्ते में स्पिरिट से लदे गाड़ी को रोककर थोड़ी सी चोरी कर उसे अधिक दामों में लोकल स्तर पर बेंच देता है।
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अगर स्पिरिट की गाड़ी में मिथेनाल है और उसका सेवन किया जाता है तो अंधा होने के साथ ही उसकी मृत्यु हो जाती है। ऐसे में पुलिस द्वारा भी जब स्पिरिट की गाड़ियां जब्त की जाती हैं तो उन्हें भी यह नहीं पता होता है कि यह जब्त समान इथेनॉल है या मिथेनाल। इस कारण अगर कहीं से वह जब्त सामान बाहर निकल गया और किसी ने सेवन कर लिया है तो निश्चित रूप से उसकी मौत हो जाएगी।
मसरख थाना में जब्त स्पिरिट को विनष्ट करना था, लेकिन उसमें से कई माल चोरी हो गए। अब यह जांच का विषय है कि उक्त थाने में जो स्पिरिट के रूप में जब्त किया गया था वह मिथेनाल है या इथेनाल। अगर मिथेनाल है तो वह स्पिरिट जहां-जहां गया होगा निश्चित रूप से लोगों की मौत होगी। यही कारण है कि स्पिरिट से बनी शराब से अज्ञानता वश लगातार मौत हो रही है।
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सारण जिला में पुलिस प्रशासन शराब के अवैध कारोबार को रोकने में पूरी तरह से विफल है। इसी का परिणाम हो रहा है कि घर घर देसी शराब आसानी से पहुंच रहा है और उसका लोग उसका सेवन कर रहे हैं। अगर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय होकर शराब के धंधे पर अंकुश लगा देता तो शायद इथेनाल और मिथेनाल के चक्कर में लोगों की मौत नहीं होती।

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