Bihar News: जहरीली शराब से मौत का सिलसिला तो थम गया, लेकिन आश्रितों के सामने अब रोटी का संकट



अमनौर, संवाद सूत्र: सारण में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला अब लगभग थम चुका है। चार पांच दिन बाद भी अमनौर प्रखंड के हुस्सेपुर पंचायत के कई गांव में पीड़ित परिजनों की सिसकियां और चीख-पुकार मानवीय संवेदनाओं को झंकझोर रही है।
इस घटना में कई परिवार उजड़ गए हैं। कई सुहागिन विधवा हुईं तो कई बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। वहीं, कईयों के बुढ़ापे की लाठी भी छिन गई है। घटना से मृतक मुकेश राम के परिवार में उनके आश्रितों के भरण पोषण की समस्या उत्पन्न हो गई। मुकेश राम की विधवा मुन्नी देवी ने बताया कि उसके परिवार के सामने रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। दो बेटों और वृद्ध सास-ससुर को संभालना मुश्किल हो गया है।

उन्‍होंने बताया कि उनकी कोई पैतृक संपत्ति भी नहीं है। मेहनत मजदूरी से पति परिवार की गाड़ी खींच रहे थे। वहीं, उनकी मौत के बाद दोनों बेटों सुमंत कुमार(9) और सुमित(12) के सामने कुछ कहते नहीं बन पा रहा है। दोनों बच्‍चे आगुंतकों को टकटकी लगा कर देख रहे हैं। वहीं, मृतकों के आश्रितों के आंसुओं पर राजनीति की रोटि‍यां सेंकी जा रही है। अभी तक आरोप-प्रत्यारोप का घिनौना खेल खेला जा रहा है। मामले की लीपापोती भी जारी है। मृत लोगों का परिवार कैसे चलेगा, यह कोई भी नहीं सोंच रहा हे। सभी दूसरे पर ठिकरा फोड़ने पर लगे हुए हैं।
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ऐसे ही एक और मृतक सुरेन्द्र सिंह के परिवार में भी हाहाकार मचा है। परिवार निराश और हताश है। खेती किसानी से परिवार का भरण-पोषण होता था। पत्नी उमारवती देवी ने कहा कि अब उसके परिवार को देखने वाला कोई नहीं बचा। इकलौते बेटे चंदन के सिर पर परिवार की जिम्‍मेदारी आ गई है। अभी राजनेताओं का आना-जाना लगा है, लेकिन पीड़ितों की बात सरकार तक नहीं पहुंच पाई है।
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