नगर निकाय चुनाव: दिघवारा में सूबे के श्रम संसाधन मंत्री की मां चुनाव हारीं, बहू को मुख्य पार्षद पद पर मिली मात



छपरा, जागरण संवाददाता। सारण के दिघवारा नगर पंचायत के चुनाव में आम आदमी की ताकत देखने को मिली। यहां खेती किसानी करने वाले मुनेश्वर कुमार ने सूबे के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम की मां कलावती देवी को वार्ड पार्षद (वार्ड संख्या- 7) का चुनाव 139 वोट से हरा दिया। मंत्री की मां कलावती देवी को 238 मत मिले, जबकि मुनेश्वर कुमार ने 377 मत हासिल किए।
वहीं श्रम संसाधन मंत्री के बड़े भाई सुरेश राम की पुत्रवधू राजनंदनी कुमारी को मुख्य पार्षद के चुनाव में हार झेलनी पड़ी। उन्हें महज 360 वोट प्राप्त हुए। इस चुनाव में मंत्री की मां एवं पुत्रवधु को जनता ने नकार दिया। जबकि कलावती देवी दिघवारा नगर पंचायत की मुख्य पार्षद भी रह चुकी हैं।

श्रम संसाधन मंत्री की मां का चुनाव हारना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस चुनाव में उनके परिवार से दो लोग मैदान में उतरे थे। वार्ड पार्षद पद से मंत्री की मां व मुख्य पार्षद पद पर पुत्रवधू राजनंदनी देवी चुनाव लड़ रही थीं।
मंत्री सुरेंद्र राम की मां कलावती देवी को हराने वाले मुनेश्वर कुमार किसान पृष्ठभूमि से आते हैं। उन्होंने साल 2017 के चुनाव से अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत की थी। पूर्व में जब उन्होंने पार्षद पद के लिए चुनाव लड़ा था, तब उन्हें 70 वोट से हार मिली थी। लेकिन वह 2017 से लगातार स्थानीय राजनीति और समाजसेवा के कार्य में सक्रिय हैं। इसी के बूते उन्होंने नगर निकाय के चुनाव में मंत्री के मां कलावती देवी को शिकस्त दे दी है।
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जीतने के बाद मुनेश्वर ने कहा कि वार्ड नंबर सात की जनता ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। चुनाव में मंत्री खुद जुटे थे, उसके बाद भी जनता ने मुझे जीत की माला पहनाई है। उनके विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा। नल जल इंदिरा आवास से लेकर सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार खत्म करना प्राथमिकता है। अपने वार्ड में विकास के लिए हर हद तक जाएंगे। लोकतंत्र में जनता की क्या ताकत होती है, यह दिघवारा वार्ड नंबर सात के लोगों ने दिखा दिया है।

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