सबका हिसाब होगा! भोजपुर Police को लंबे समय से छका रहे ये 10 कुख्यात Criminals, कोई 4 तो कोई 5 साल से Wanted



आरा, जागरण संवाददाता। भोजपुर जिले के टॉप-10 अपराधियों की सूची में शामिल दुर्दांत अपराधी पुलिस को लंबे समय से छका रहे हैं। वांटेड अपराधी ऐसे हैं, जिन पर राज्य सरकार की ओर से 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित है। सूबे के नए डीजीपी आरएस भट्टी के कमान संभालने के बाद पुलिस एक बार फिर एक्शन मोड में आती नजर आ रही है। इधर, भोजपुर एसपी संजय कुमार सिंह ने भी सूची बनाकर डीआइयू के अफसरों को विशेष टास्क पर लगा दिया है।

पुलिस की बनाई हुई टाॅप-10 अपराधियों की सूची में पहला नाम शाहपुर के सोनवर्षा निवासी वांटेड किशुन मिश्रा का है। इस पर हत्या, हत्या के प्रयास एवं पुलिस बल पर हमला समेत छह केस दर्ज हैं। इस पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है। साल 2018 से ही यह फरार चला आ रहा है।
दूसरा नाम तरारी के भकुरा निवासी दीपक पांडेय का है। दीपक पर हत्या एवं गंभीर अपराध के आरा, नवादा, सिकरहटा व सहार में पांच केस दर्ज हैं। सिर पर 50 हजार रुपये का इनाम है। दो सालों से लगातार पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।
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तीसरा नाम आरा टाउन थाने के भलुहीपुर निवासी टीमला उर्फ सलीम का है। उस पर आरा टाउन में तीन और बिहिया में हत्या का एक यानी कुल चार केस दर्ज हैं। इसी साल नवंबर माह में हुई पूर्व पार्षद पुत्र की हत्या में भी उसकी पुलिस को तलाश है।
चौथा नाम वांछित मुन्ना मियां का है। ये धरहरा का निवासी है। आरा टाउन में इस पर हत्या व रंगदारी के सात केस हैं। साल 2022 के नवंबर माह में हुई पूर्व पार्षद पुत्र की हत्या में भी उसकी पुलिस को तलाश है। उसका पिता नईम मियां भी जेल में बंद है।
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पांचवा नाम विक्की यादव का है जो आरा के शीतल टोला का है। उस पर टाउन व नवादा में हत्या समेत तीन गंभीर केस हैं। पहला केस साल 2020 में हत्या का हुआ था। टाउन में इस साल 23 सितंबर को हुई हत्या में उसका नाम आया था।

छठा नाम अंकित पांडेय का है। वह कोइलवर के पचरूखिया गांव का निवासी है। उस पर कोइलवर में हत्या, अवैध बालू खनन व गोलीबारी के 10 केस दर्ज हैं। उसके पिता व भाई पहले से जेल में बंद हैं। कमालुचक दोहरे हत्याकांड में भी पुलिस को उसकी सरगर्मी से तलाश है।
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सातवां नाम चांदी के रामदीहल टोला के गोलू यादव का है। उस पर नारायणपुर, चौरी, संदेश, उदवंतनगर में लूटपाट के करीब सात केस हैं। पहला केस साल 2021 में चांदी में हुआ था, जो चोरी से संबंधित है।
आठवां नाम तरारी के ओरसी निवासी विजय कुमार का है। उस पर सिकरहटा व तरारी में चार केस दर्ज हैं। उसके खिलाफ पहला केस साल 2019 में दर्ज हुआ था, जो कि चोरी का था। तीन केस सिकरहा थाना से जुड़े हैं।

नौवां नाम इमादपुर के राजपुर निवासी माखन यादव का है। उस पर इमादपुर, कच्छवां व काराकाट में सात केस हैं। उस पर पहला केस साल 2019 में इमादपुर में हुआ था, जो कि हत्या के प्रयास से संबंधित था।
दसवां नाम मनीष यादव उर्फ तिवारी यादव का है जो गड़हनी के एकौना गांव का निवासी है। उस पर नारायणपुर व शाहपुर में कुल चार केस दर्ज हैं। दो दिनों पूर्व पुलिस ने शाहपुर के पूर्व मुख्य पार्षद मंटू सोनार की हत्या में उसे गिरफ्तार किया है।

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