Chhapra Hooch Tragedy : यूपी से होमियोपैथी दवा के लिए मंगाई स्पिरिट से बनी थी जहरीली शराब, 74 जिंदगियां लील गई



छपरा, जागरण संवाददाता। सारण में मौत बांटने वाली जहरीली शराब होमियोपैथी दवा के नाम पर मंगाई गई स्पिरिट में केमिकल मिलाकर बनाई गई थी। यह स्पिरिट उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से मंगाई गई थी। सारण में जहरीली शराब से हुई 74 लोगों की मौत मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। इसके साथ ही मास्टरमाइंड सहित पांच आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। गिरफ्तार लोगों के पास से होमियोपैथी दवा की सैकड़ों बोतलें बरामद की गई हैं। सभी से पुलिस पूछताछ कर रही है।

पुलिस के अनुसार, जहरीली शराब कांड का मास्टरमाइंड जलालपुर थाना के नून नगर काही गांव निवासी राजेश सिंह उर्फ डाक्टर है। इसके द्वारा ही उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से ट्रांसपोर्ट एवं अन्य माध्यमों से फर्जी नाम-पते पर होमियोपैथी दवा के लिए स्पिरिट और केमिकल सारण जिले में मंगवाई जाती थी। वह स्पिरिट व केमिकल से शराब का निर्माण कराकर आपूर्ति करता था। राजेश उर्फ डाक्टर का सहयोगी सोनू गिरी स्कार्पियो व अन्य साधनों से स्पिरिट एवं केमिकल ले जाकर शराब का निर्माण कराता था।
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सारण के एसपी संतोष कुमार ने बताया कि पूछताछ में राजेश उर्फ डाक्टर ने बताया कि उसने हरियाणा में कंपाउंडर के रूप में काम किया था। वहीं उसने स्पिरिट का प्रयोग कर जख्मों का इलाज करने और स्पिरिट एवं केमिकल से शराब बनाने का नुस्खा सीखा था।
उसने ही स्पिरिट और अन्य केमिकल से निर्मित शराब की मशरक, इसुआपुर सहित अन्य क्षेत्रों में आपूर्ति की थी। राजेश के साथ पुलिस ने इसुआपुर थाना के डोईला गांव निवासी होती महतो के पुत्र संजय महतो, शंकर महतो के पुत्र अर्जुन महतो, मढ़ौरा थाना के जयनाथ राय के पुत्र शैलेंद्र राय, खैरा थाना के धूपनगर धोबवल गांव निवासी मुक्ति गिरि के पुत्र सोनू कुमार गिरि को भी गिरफ्तार किया है।
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शैलेंद्र आपूर्ति का काम करता था। गिरफ्तार संजय की निशानदेही पर डोईला से विभिन्न प्रकार की सैकड़ों बोतल बरामद की गई है। बरामद बोतलों की जांच प्रयोगशाला में कराई जाएगी। अवैध स्पिरिट की आपूर्ति में राजेश व शैलेंद्र पहले भी कई बार जेल जा चुके हैं।

सारण में मौत बांटने वाली जहरीली शराब को बनाने में केमिकल का इस्तेमाल किए जाने के साक्ष्य मिले हैं। पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता में बताया कि प्राथमिक जांच में केमिकल मिलाए जाने की जानकारी मिली है। कौन सा केमिकल मिलाया गया, इसकी जांच अभी की जा रही है। इसके लिए मृतकों का विसरा जांच के लिए भेजा गया है। विसरा रिपोर्ट आने के बाद और जहरीली शराब मामले में विस्तार से किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा।

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